रियाद: पत्रकार जमाल खशोगी की मौत के बाद उपजे अंतरराष्ट्रीय दबाव का असर सऊदी अरब पर दिखने लगा है। सऊदी ने अरबपति प्रिंस अल-वालिद बिन तलाल के भाई को करीब एक साल की हिरासत अवधि के बाद रिहा कर दिया है। परिवार के लोगों ने इस खबर की पुष्टि कर दी है। आपको बता दें कि पत्रकार जमाल खशोगी की मौत के मामले में सऊदी अरब पर बन रहे अत्यधिक अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच यह रिहाई हुई है। प्रिंस खालिद बिन तलाल की रिहाई की पुष्टि कम से कम 3 रिश्तेदारों ने शनिवार को ट्विटर पर की।
रिश्तेदारों ने खालिद की तस्वीरें पोस्ट कीं जिनमें वह अपने बेटे को गले लगाते और उसे चूमते हुए दिख रहे हैं। खालीद का बेटा वर्षों से कोमा में है। रिहा हुए प्रिंस की तस्वीरें साझा करते हुए उनकी भांजी प्रिंसेस रीम बिन्त अल-वाहिद ने लिखा है, ‘अल्लाह का शुक्र है कि आप सुरक्षित हैं।’ सरकार ने उनकी गिरफ्तारी या रिहाई की शर्तों के संबंध में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। प्रिंस को देश के प्रतिष्ठित लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई की आलोचना करने के लिए 11 महीने पहले हिरासत में लिया गया था।
उस कार्रवाई के दौरान पिछले साल नवंबर में दर्जनों शहजादों, अधिकारियों और उद्योगपतियों को रियाद के रित्ज-कार्लटन होटल में हिरासत में रखा गया था। सरकार ने हालांकि इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बताया था लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान द्वारा अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने और अधिकारों का केन्द्रीकरण करने की कोशिश थी।