तोक्यो: चीन की आक्रामक नीतियां इस समय भारत के साथ-साथ दुनिया के कई देशों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। इस बीच एक ऐसी सैटेलाइट तस्वीर सामने आई है, जो ड्रैगन के खतरनाक इरादों की पोल खोलती है। प्लैनेट लैब्स की इस सैटेलाइट तस्वीर में चीन के हैनान द्वीप के यूलिन नेवल बेस पर बने एक सीक्रेट बंकर के दरवाजे पर टाइप 093 पनडुब्बी दिखाई दे रही है। जाहिर सी बात है, यह तस्वीर सामने आते ही ताइवान, अमेरिका और जापान की चिंताएं बढ़ गई हैं।
लगातार गश्त कर रहे हैं चीन के जंगी जहाज
अमेरिका के साथ लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए चीनी सेना ने साउथ चाइना सी में युद्धपोतों और पनडुब्बियों की तैनाती को बढ़ा दिया है। चीन के युद्धपोत और पनडुब्बियां इस पूरे इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए लगातार गश्त कर रही हैं। इन सबके बीच हैलान द्वीप से आई तस्वीरों ने पड़ोसी देशों समेत अमेरिका को चौकन्ना कर दिया है। इस द्वीप पर एक ऐसी सुरंग दिखी जिसमें किसी भी परमाणु पनडुब्बी को आसानी से छिपाया जा सकता है। गेट पर खड़ी चीन की टाइप 093 पनडुब्बी को सैटेलाइट ने देख लिया और बस यहीं से चीन की पोल खुल गई।
क्या है चीन के इस हैनान द्वीप का महत्व?
आपको बता दें कि सामरिक नजरिए से हैनान द्वीप चीन के लिए बेहद अहम है। यह द्वीप फिलीपींस सागर और प्रशांत महासागर में चीन का प्रवेश द्वार कहा जाता है। ड्रैगन यहां से साउथ चाइना सी में स्थित पारसेल आइलैंड पर नजर रख सकता है और साथ-साथ ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम जैसे देशों पर जरूरत पड़ने पर कार्रवाई भी कर सकता है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका की नेवी ने पारसेल आईलैंड के पास एक युद्धाभ्यास किया था। इस युद्धाभ्यास ने भी चीन और अमेरिका के रिश्तों में तल्खी बढ़ाने का काम किया है।
शराब शौकीनों के लिए दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, मिलेगी ये खास सुविधा
चीन के लिए बेहद अहम है 093 पनडुब्बी
चीन की टाइप 093 सबमरीन को दुनिया शेंग क्लास की पनडुब्बी के नाम से भी जानती है। इस पनडुब्बी को चाइना शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ने बनाया है। यह चीन के सबसे ताकतवर हथियारों में से एक मानी जाती है और वाईजे-90 सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के साथ-साथ सीजे-10 क्रूज मिसाइल से भी लैस है। बता दें कि यह पनडुब्बी परमाणु शक्ति से चलती है, जिसके कारण समुद्र में महीनों तक यह ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम है। चीन को अपनी इस परमाणु पनडुब्बी की क्षमताओं पर काफी भरोसा है।