नयी दिल्ली: शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर रास्ते में कुछ देर के लिए ईरान में रुके। जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष जावेद जरीफ से मुलाकात की। भारतीय विदेश मंत्री की ईरान दौरे पर ऐसे समय पहुंचे हैं जब चीन और पाकिस्तान दोनों ही तेहरान को अपने पाले में लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
जयशंकर ने ईरानी विदेश मंत्री के साथ अपनी मुलाकात को ‘उपयोगी’ करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘तेहरान में रुकने के दौरान ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ के साथ उपयोगी बैठक हुई। द्वपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई और क्षेत्रीय घटनाक्रमों का जायजा लिया गया। बेहतरीन मेहमानवाजी के लिए उनका धन्यवाद।’’
ईरानी विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को उनके सभी संदर्भों में मजबूत बनाने पर जोर दिया। जानकारी मिली है कि दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात में चाहबहार बंदरगाह परियोजना और खाड़ी क्षेत्र के हालात पर चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी गत शनिवार को रूस से स्वदेश लौटते समय तेहरान में रुके थे और अपने ईरानी समकक्ष ब्रिगेडियर जनरल आमिर हातमी से बातचीत की।
जयशंकर मॉस्को में आयोजित आठ सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं जिसमें भारत और चीन सदस्य हैं। उनका दौरा राजनाथ सिंह की मॉस्को यात्रा के महज कुछ दिन बाद हो रहा है।
सिंह एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए रूस गए थे। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सिंह और चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही की करीब दो घंटे तक पूर्वी लद्दाख में सीमा पर बढ़े तनाव को लेकर बैठक हुई थी।