मॉस्को: रूस के अंतरिक्ष कार्यक्रम को मंगलवार को एक बड़ा झटका लगा। रूस का मौसम संबंधी उपग्रह अपने लक्षित कक्षा में स्थापित होने में विफल रहा। सरकारी स्पेस एजेंसी रोस्कोसमोस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एजेंसी ने बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए बिना बताया, ‘पहले सत्र में लक्षित कक्षा तक पहुंचने में विफल रहने से स्पेशक्राफ्ट के साथ संपर्क स्थापित नहीं हो सका।’ माना जा रहा है कि रॉकेट का अपर सेगमेंट ने इस उपग्रह को सही से रिलीज नहीं कर पाया और यह अटलांटिक सागर की गहराइयों में समा गया।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ‘इससे पहले दिन में, रोस्कोसमोस ने देश के पूर्वोत्तम भाग में वोस्टोचने कोस्मोड्रोम से 19 उपग्रहों के साथ रॉकेट(स्पेसक्राफ्ट) सफलतापूर्वक लांच होने की घोषणा की थी।’ सोयेज-2.1बी रॉकेट को मेटिओर-एम हाइड्रो- मेट्रेलॉजिकल सेटेलाइट और 18 अन्य छोटे उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करना था जिसमें नार्वे,स्वीडन,अमेरिका, जापान, कनाडा और जर्मनी के शैक्षणिक, रिसर्च और वाणिज्यिक संस्थानों के 17 उपग्रह शामिल थे।
रूस ने वास्टोचनी कोस्मोड्रोम से दूसरी बार रॉकेट लांच किया था। रूस कजाकस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से अपनी निर्भरता कम करना चाहता है। इस उपग्रह को मौसम संबंधी जानकारियों इकट्ठा करते हुए अंतरिक्ष में 5 साल बिताने थे।