मास्को: रूस ने उत्तर कोरिया के नवीनतम मिसाइल परीक्षण पर चिंता जताते हुए सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है। समाचार एजेंसी 'आरआईए नोवोस्ती' के मुताबिक, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेसकोव ने मिसाइल परीक्षण के संदर्भ में कहा, "यह ऐसे कदम हैं, जो क्षेत्र में तनाव में वृद्धि करेंगे।" पेसकोव ने कहा कि रूस संबंधित देशों के साथ उत्तर कोरिया के इस हालिया कदम पर विचारों का आदान-प्रदान करेगा। साउथ कोरियन ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया द्वारा सोमवार को पूर्वी समुद्र में नए प्रकार की चार मिसाइलें दागी गईं।
- किम जोंग-उन की देखरेख में हुआ मिसाइलों का परीक्षण
- ट्रंप ने जापान और द. कोरिया के साथ मजबूत सहयोग की जताई प्रतिबद्धता
उत्तर कोरिया ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर कहा कि उसने सोमवार को चार मिसाइलों का परीक्षण किया और यह सब शीर्ष नेता किम जोंग-उन की देखरेख में हुआ। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी 'कोरियन सेंट्रल न्जूज एजेंसी' (केसीएनए) की मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार, सेना की जिस इकाई ने मिसाइलों का परीक्षण किया, उसे जापान में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
उत्तर कोरिया ने सोमवार को जापान के पश्चिमोत्तर सागर में चार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। इससे पहले उसने अमेरिका तथा दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास की 'प्रतिक्रिया' देने की प्रतिबद्धता जताई थी। उत्तर कोरिया अमेरिका व दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास को युद्ध की तैयारी के तौर पर देखता है। गौरतलब है कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया ने हाल ही में चार बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थी जिसमें से तीन मिसाइलें जापान के जलक्षेत्र में गिरी थी। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा कि उत्तर कोरिया ने लगभग एक साथ चार मिसाइलें दागीं जिनमें से तीन जापान के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र में गिरीं।