काबुल (अफगानिस्तान): करीब 20 साल बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना वापस जा रही है। इसके साथ ही अफगानिस्तान में तालिबान का प्रभाव तेजी से बढ़ने लगा है। ऐसे में एक तालिबानी जज रहीम ने दावा किया है कि शरिया कानून लागू होने पर चोरों और समलैंगिक लोगों को दर्दनाक सजा दी जाएगी।
38 साल के रहीम ने जर्मन अखबार बाइल्ड के रिपोर्टर से बातचीत में कुछ ऐसे मामलों पर बातचीत की, जिसमें चोरों और समलैंगिक लोगों को भयानक सजा दी गई है। रहीन ने बताया कि 'हाल ही में एक शख्स के घर में चोरी हो गई थी, जिसकी शिकायत हमने चोर के हाथ काट देने के लिए कहा था।'
रहीम ने रिपोर्टर का आगे बताया कि 'मैंने रिंग मालिक (अंगूठी के मालिक) से यह भी पूछा था कि क्या इस चोर के पैर भी काट दिए जाएं क्योंकि इसने सिर्फ अगूंठी ही नहीं चुराई बल्कि घर में घुसने की कोशिश भी की थी। लेकिन, रिंग के मालिक ने चोर के पैरों को काटने से मना कर दिया।'
जज रहीम ने एक और केस का जिक्र किया। इसमें रहीम ने बताया कि एक गैंग को स्मगलिंग और किडनैपिंग के मामले में पकड़ा गया था। जज ने कहा कि अपराध के हिसाब से हम उंगलियां काटने से शुरू करते हैं और फिर हथेलियां, कोहनी और बाजुओं तक को काटते हैं।
वहीं, 'तालिबानी राज में समलैंगिक लोगों के साथ कैसा सलूक किया जाएगा और उन्हें क्या सजा दी जाएगी?' के सवाल पर रहीम ने कहा कि ऐसे लोगों को या तो पत्थर मार-मारकर मारा जाएगा या फिर उन्हें 8-10 फीट की दीवार के पीछे खड़ा करके उनपर उस दीवार को गिराया जाएगा।
गौरतलब है कि तालिबानी राज में महिलाओं के लिए जीना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है। लेकिन, अब जब अफगानिस्तान में एक बार फिर तालिबान का दबदबा बढ़ रहा है तो बड़ी संख्या में महिलाएं देश छोड़ने की तैयारी में हैं। महिलाओं को लेकर रहीम से जब सवाल किया गया हो उन्होंने बहुत सकारात्मक नजरिया पेश नहीं किया।
रहीम ने कहा कि तालिबानी राज में महिलाओं को घर से बाहर जाने की इजाजत तो होगी लेकिन इसके लिए उन्हें परमिट लेने की जरूरत होगी। उसके बाद ही वह घर से बाहर जा पाएंगी। इसके अलावा महिलाएं सिर्फ तब ही स्कूल भी जा सकती हैं जब टीचर भी महिला ही हो और वह हिजाब पहनें।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने सैनिकों की वापसी के लिए 11 सितंबर की समयसीमा तय की थी। ऐसे में अमेरिकी सैनिक यहां से वापस लौटने लगे हैं। तालिबान ने भी हाल ही में दावा किया था कि अफगानिस्तान के 85 फीसदी से ज्यादा इलाके पर अब तालिबान का कंट्रोल है।