तेकनाफ (बांग्लादेश)। रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थी उन्हें इस हफ्ते के मध्य में वापस म्यामांर भेजे जाने से बचने के लिए बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों से भाग रहे हैं। समुदाय के नेताओं ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को बृहस्पतिवार से बौद्ध बहुल म्यामांर वापस भेजे जाने की योजना बना रहे हैं। ये शरणार्थी म्यामांर में उनपर हुए अत्याचार के बाद वहां से भाग निकले थे। संयुक्त राष्ट्र ने इस क्रूरता को नस्लीय सफाया नाम दिया था।
समुदाय के नेताओं के मुताबिक इस संभावना ने शिविरों में रह रहे लोगों को आतंकित कर दिया और कुछ ऐसे परिवार ,जिन्हें सबसे पहले वापस भेजा जाना था , वहां से फरार हो गए। जामतोली शरणार्थी शिविर के नूर इस्लाम ने कहा, “अधिकारी शरणार्थियों को लगातार वापस जाने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं। पर इसके उलट वह भयभीत होकर दूसरे शिविरों में भाग रहे हैं।” योजना के तहत बृहस्पतिवार से करीब 2,260 रोहिंग्या मुसलमानों को दक्षिणपूर्वी कॉक्स बाजार जिले की सीमा से स्वदेश वापस भेजा जाना है।