पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री रज़ा फारूख हैदर ने शनिवार को कहा कि आजाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को अब यह सोचने की जरूरत है कि उन्हे किस देश से सबसे ज्यादा लगाव है। हाल ही में पनामागेट मामले में आरोपी पाए गए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पद से हटने के बाद रज़ा फारूख हैदर ने यह बयान दिया। उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान पंजाब असेंबली में उनके खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया गया है, जिसमें उन्के इस्तीफे की मांग की गई है। पीएम हैदर ने गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री के साथ इस्लामाबाद में हुए एक प्रेस कॉन्फेंस में पाक के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। (ट्रंप ने कहा, हमारे नेतृत्व में बेरोजगारी 17 सालों में सबसे कम)
पीओके में आजादी की आवाज उठाने वालों में अब रज़ा फारूख हैदर भी शामिल हो चुके हैं। उन्होंने इस्लामाबाद में बैठकर पाकिस्तान के खिलाफ बगावत का ऐलान किया। हैदर ने कहा, 'मुझे सोचना पड़ेगा, बतौर कश्मीरी कि मैं किस मुल्क के साथ अपनी किस्मत को जोडूं।' बता दें कि अब तक पाक अधिकृत कश्मीर में जो भी प्रधानमंत्री बनता आया है उसे पाकिस्तान कठपुतली की तरह इस्तेमाल करता है। लेकिन रज़ा फारूख हैदर ने जिस तरह पाकिस्तान से आजादी की मांग की है वह काफी चौंका देने वाला है।
जिन परिस्थितियों में रज़ा फारूख हैदर ने बगावत किया है उन्हें देखकर ऐसा एहसास हो रहा है कि अब कश्मीर में पाकिस्तान के जुल्मों से लोग त्रस्त हो गए हैं। रज़ा फारूख के बदलते तेवर के कारण पाकिसतान में हड़कंप मच गया है। सियासी गलियारों से लेकर पाकिस्तान की मीडिया के निशाना बनने के बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी। पंजाब असेंबली में प्रस्ताव पेश करने के दौरान पार्टी विधायक खुर्रम वट्टो ने कहा कि हैदर के इस बयान से पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों की भावनाओं को आहत पहुंचा है।