बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप से आज कहा है कि दोनों देशों के बीच के द्विपक्षीय संबंध कुछ नकारात्मक कारकों के चलते प्रभावित हुए हैं। दोनों नेता अमेरिका के कुछ कदमों के चलते बीजिंग के क्रोधित होने के कारण संबंधों में आई असहजता के बीच फोन पर बात कर रहे थे। बातचीत के दौरान शी ने जोर देकर कहा कि अप्रैल में फ्लोरिडा में ट्रंप के साथ मुलाकात के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में अहम नतीजे हासिल किए गए हैं। (अपनी इज्राइल यात्रा के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे नरेंद्र मोदी)
चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, शी ने कहा, इसके साथ ही कुछ नकारात्मक कारकों के चलते संबंधों पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष पहले ही अमेरिका को अपनी स्थिति बता चुका है। चीन के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनका देश ट्रंप के इस कथन को बेहद महत्व देता है कि अमेरिका एकल चीन की नीति का पालन करेगा। शी ने कहा कि उनका देश उम्मीद करता है कि अमेरिका एकल चीन के सिद्धांत और चीन एवं अमेरिका के बीच के तीन साझा बयानों के अनुरूप ताइवान के मुद्दे से उचित ढंग से निपटेगा।
दोनों राष्ट्रपतियों ने कोरियाई प्रायद्वीप की शांति एवं स्थिरता पर भी चर्चा की। व्हाइटहाउस ने एक बयान में कहा , राष्ट्रपति ट्रंप ने उार कोरिया के परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के कारण बढ़ते खतरे के मुद्दे को उठाया। दोनों नेताओं ने परमाणु हथियारों से मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। दोनों देशों के बीच इस बातचीत से एक दिन पहले अमेरिका का एक मिसाइल विध्वंसक विवादित चीन सागर में चीन द्वारा निर्मित कृत्रिम द्वीप के पास पहुंच गया था। चीन ने इस घटना को गंभीर राजनीतिक एवं सैन्य उकसावा बताया था।