नई दिल्ली: विशेषज्ञों का कहना है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से होने वाले आयात पर शुल्क बढ़ाकर 200 प्रतिशत किए जाने से ताजे फलों, चमड़ा और सीमेंट सहित 10 प्रमुख उत्पादों के आयात को करारा झटका लगेगा।
पाकिस्तान से भारत को मुख्य तौर पर 10 उत्पादों का निर्यात किया जाता है। इनमें ताजे फल, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पादों, खनिज और चमड़ा उत्पाद प्रमुख हैं। इसके अलावा प्रसंस्कृत खनिज, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, सूती कपड़े, शीशा और शीशे का सामान पाकिस्तान से आयात होने वाले सामानों में 95 प्रतिशत तक हिस्सा रखते हैं।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विश्वजीत धर ने कहा, ‘‘पाकिस्तान से मंगाए जाने वाले सामान पर शुल्क में भारी वृद्धि के बाद हम उन्हें व्यापार के मामले में अलग थलग कर देंगे। इस स्तर पर शुल्क बढ़ाने से पाकिस्तान का निर्यात एक तरह से पूरी तरह प्रभावित हो जाएगा।’’
निर्यातकों के संगठन फियो ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए। फियो महानिदेशक अजय सहाय ने भी कहा कि इस फैसले से पाकिस्तान के निर्यात को करारा झटका लगेगा। पाकिस्तान से दो मुख्य सामान फल और सीमेंट हैं जिनका आयात होता रहा है और इन पर 30 से 50 प्रतिशत तथा 7.5 प्रतिशत सीमा शुल्क लगता रहा है। देश के जिन आयातकों ने ऑर्डर दिए हैं उनके समक्ष यह मुद्दा आएगा और उन्हें 200 प्रतिशत तक आयात शुल्क देना पड़ सकता है।
भारत सरकार ने कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कारवाई करते हुए पाकिस्तान से होने वाले आयात पर शुल्क को बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया। इससे पहले पाकिस्तान को दिए गए सबसे तरजीही राष्ट्र के दर्जे को वापस ले लिया गया। इस आत्मघाती आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए।