लाहौर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के एक सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारत के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की है। दरअसल, पाकिस्तान ने पुलमावा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए भारत से परोक्ष रूप से संपर्क साधना शुरू किया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता रमेश कुमार वंकवानी ने प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह से मुलाकात की है।’’ वांकवानी ने रविवार को कहा, ‘‘मैं सुषमा स्वराज जी से मिला और उन्हें कहा कि दोनों देशों के बीच मुद्दों का सिर्फ वार्ता के जरिए हल हो सकता है।’’ उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वराज से कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ कोई तनाव नहीं चाहता। वांकवानी ने स्वराज से कहा, ‘‘पाकिस्तान ने आतंक फैलाने के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल करने की कभी इजाजत नहीं दी और भविष्य में भी कभी ऐसा नहीं करेगा, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं। हम भारत के साथ तनाव नहीं चाहते। शांति कायम रहने दीजिए।’’
उन्होंने कहा कि स्वराज के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने दोनों सरकारों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने की पेशकश की। उन्होंने आशा जताई कि दोनों देश यहां से सकारात्मक दिशा में बढ़ेंगे। वहीं, एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खबर दी है, ‘‘ सरकार (पाकिस्तान) ने भारत के साथ परोक्ष रूप से संपर्क करना शुरू कर दिया है और पिछले हफ्ते भारत में मौजूद रहे सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ नेता रमेश कुमार वंकवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की है।
वंकवानी ने शनिवार को फोन पर अखबार से बात करते हुए कहा, ‘‘मैंने भारतीय नेताओं को एक सकारात्मक संदेश दिया है और मुझे उम्मीद है कि उनके व्यवहार में बदलाव आएगा।’’ वंकवानी ने विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह से भी मुलाकात की। सिंध के यह नेता अल्पसंख्यक सीट से सांसद हैं। वह 185 देशों के 220 सदस्यीय उस शिष्टमंडल में शामिल थे, जो भारत गया था। यह शिष्टमंडल भारत सरकार के न्यौते पर कुंभ मेले में हिस्सा लेने गया था।
उनकी भारत यात्रा 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के हमले के मद्देनजर दोनों मुल्कों के बीच बढ़े तनाव के बीच हुई। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
अखबार की खबर के मुताबिक, वंकवानी ने कहा कि वह मोदी से एक कार्यक्रम में मिले और भारतीय प्रधानमंत्री ने उनसे गर्मजोशी से मुलाकात की। सांसद ने बताया कि उन्होंने मोदी से कहा कि वह सकारात्मक संदेश के साथ आए हैं और सकारात्मक संदेश के साथ लौटना चाहते हैं। इसके बाद मोदी के निर्देश पर, स्वराज ने उनके साथ 25 मिनट की बैठक की।
वंकवानी के हवाले से अखबार ने कहा, ‘‘मैंने भारतीय विदेश मंत्री से कहा कि पाकिस्तान में अब (इमरान खान की) सरकार है। वह पठान हैं और वह जो कहते हैं वो करते हैं। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि कोई भी पाकिस्तानी संस्थान पुलवामा हमले में शामिल नहीं था। अगर भारत सबूत मुहैया कराता है तो हम जांच करेंगे।’’ वंकवानी के मुताबिक, उन्होंने स्वराज से कहा कि दोनों देशों को अतीत से सबक सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘दुश्मन को दोस्त बनाकर दुश्मनी को खत्म किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि वह खुद गंगा स्नान कर लौटे हैं और कभी झूठ नहीं बोलते हैं।
वंकवानी के मुताबिक, बैठक के बाद उन्हें एहसास हुआ कि माहौल में गर्माहट आनी शुरू हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय प्रधानमंत्री ने राजस्थान में रैली के दौरान पाकिस्तान के साथ बातचीत करने का संकेत दिया है।’’