हांगकांग। हांगकांग में नए प्रत्यर्पण कानून के विरोध में रविवार को साल 1997 के बाद का अब तक सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ। बड़ी संख्या में लोग चीन में प्रत्यर्पण की योजना के खिलाफ एकत्रित हुए। इससे पहले साल 1997 में हांगकांग को चीन को सौंपे जाने पर सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ था।
आयोजकों ने कहा कि दस लाख से अधिक लोगों ने चिलचिलाती गर्मी में मार्च किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से प्रत्यर्पण कानून की अपनी योजना को वापस लेने की मांग की। हांगकांग के चीन समर्थक नेता एक विधेयक पर जोर दे रहे हैं जिसमें आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्हें चीन प्रत्यर्पित किए जाने का प्रावधान है। लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर काफी हंगामा मचा और इसके विरोध में शहर के विभिन्न वर्गों के लोग एकजुट हो गए हैं।
एक प्रदर्शनकारी टॉमी लो ने कहा, ‘‘अगर चीन मनमाने ढंग से कुछ लोगों को मुख्य भूभाग में प्रत्यर्पित करता है तो यह हांगकांग में यहां हमारे जीवन को ना केवल बर्बाद करेगा बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था को भी बर्बाद कर देगा क्योंकि कई लोग यह जगह छोड़ देंगे।’’