यरुशलम: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूसरे को कई बार 'दोस्त' कहकर संबोधित कर चुके हैं। दोनों के बीच अच्छी फ्रेंडशिप बॉन्डिंग नजर भी आती है। दोनों जब भी मिलते हैं, बहुत गर्म-जोशी के साथ मिलते हैं। अब पीएम मोदी के इसी 'दोस्त' के खिलाफ इजराइल में प्रदर्शन हो रहे हैं।
इजराइल में हजारों लोगों ने शनिवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ देश में कई स्थानों पर प्रदर्शन किए। मुख्य प्रदर्शन बेंजामिन नेतन्याहू के आधिकारिक आवास के बाहर यरुशलम में हुआ। पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन चल रहे हैं। जिसे आलोचक कोरोना वायरस संकट से निपटने में सरकार की नाकामी के तौर पर देखते हैं।
नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों ने इन प्रदर्शनों को और हवा दी है। केसरिया शहर में नेतन्याहू के बीच हाउस के बाहर शनिवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र हो गए। पुलिस ने गत सप्ताह यरुशलम में प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पानी की बौछारें की थीं।
देश में मई में अर्थव्यवस्था को जल्दी और गलत तरीके से फिर से खोलने के बाद कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने लगे और एक दिन में 2,000 तक नए मामले आने लगे। देश में अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता है और बेरोजगारी दर करीब 20 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार की वित्तीय मदद की पेशकश पर्याप्त नहीं है। ये प्रदर्शन ऐसे वक्त में हो रहे हैं जब नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा इस महीने फिर से शुरू हुआ। मुकदमे पर सुनवाई जनवरी में शुरू होगी। नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, विश्वासघात और कई घोटालों में घूस लेने का आरोप है।
(इनपुट- भाषा)