बैंकॉक: अमेरिका समेत दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले खतरनाक रूप से बढ़ने पर सरकारों और उद्योगों ने एहतियातन कदम बढ़ा दिए हैं। इंडोनेशिया में बृहस्पतिवार को संक्रमण के मामले 50,000 के पार जाने की आशंका है। मेलबर्न में स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र यानी हॉटस्पॉट में 1,00,000 से अधिक निवासियों की घर-घर जाकर जांच करने की योजना बना रहे हैं।
वैश्विक महामारी के कारण दुनियाभर के वित्तीय बाजारों को झटका लगा है, जिससे दुनिया के सबसे खराब वैश्विक मंदी के दौर में जाने की आशंका पैदा हो गई है। कुछ सरकारें संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए और आक्रामक कदम उठाने पर विचार कर रही हैं। हालांकि कुछ अन्य स्थानों पर ऐसे एहतियाती कदमों को खत्म किया जा रहा है।
दुबई में महीनों से लगा रात का कर्फ्यू हटा दिया गया है। शहर की सरकारी मीडिया ने ट्वीट किया, जब तक लोग मास्क पहनेंगे और सामाजिक दूरी के नियम का पालन करेंगे, तब तक दिन और रात आवाजाही निर्बाध रहेगी।
यूरोपीय देश एक जुलाई से अपनी साझा सीमाएं फिर से खोलने की तैयारी करते दिख रहे हैं और उनके यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों ने यूरोप के बाहर के पर्यटकों पर पाबंदियों को हटाने के लिए मानदंड तय करने पर चर्चा की।
अमेरिका स्थित जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार देश में मंगलवार को कोविड-19 के 34,700 मामले सामने आए। दुनियाभर में 94 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और करीब 5,00,000 लोगों की मौत हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ के आपात प्रमुख डॉ. माइकल रयान ने कहा कि देश संक्रमण के चरम पर कब पहुंचेगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि लोग क्या करते हैं।