कराची: जानलेवा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तमाम देशों में सरकारें लॉकडाउन का सहारा ले रही हैं। लेकिन, लोगों के हित में ही किए जा रहे इस उपाय को भी विभिन्न बाध्यताओं के नाम पर कई लोग असफल करने से बाज नहीं आ रहे। पाकिस्तान के शहर कराची में ऐसी ही एक घटना में तो कुछ लोगों ने लॉकडाउन को धता बताकर यात्रा करने के लिए जिंदा आदमी को मुर्दा बना दिया। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन में एंबुलेंस को आवाजाही की छूट हासिल है। इसी छूट की आड़ में कुछ लोग 'फर्जी शव' लेकर एंबुलेंस से यात्रा पर निकल पड़े।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि दस लोगों ने कराची से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत स्थित अपने गंतव्य तक जाने के लिए एक एंबुलेंस वाले से साठगांठ की। इन लोगों के पास किसी व्यक्ति की मृत्यु का प्रमाणपत्र था। इन्होंने अपने बीच के एक शख्स को 'शव' में बदल दिया। उसे कफन में लपेटा, एंबुलेंस में रखा और यात्रा पर निकल पड़े।
सुपर हाईवे पर एक बैरियर पर पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस को रोका तो उसमें करीब दस लोग सवार मिले। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदार की मौत हो गई है और वे शव को लेकर अपने पैतृक गांव जा रहे हैं। इन लोगों ने अपने पास मौजूद पुराना मृत्यु प्रमाणपत्र दिखाया। पुलिसवालों को इनके हावभाव से शक हुआ। उन्होंने कफन को हटाया तो 'मुर्दा' घबराकर उठ गया।
पुलिस ने इन सभी दस लोगों को कुछ देर हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया लेकिन एंबुलेंस चालक को गिरफ्तार कर लिया और एंबुलेंस जब्त कर ली। चालक ने बताया कि उसने इन लोगों से यात्रा के लिए 52 हजार रुपया लिया था।