यंगून (म्यांमार): भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार में यंगून के थुवुन्ना इंडोर स्टेडियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत-म्यांमार की सीमाएं ही नहीं, भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा, हमारे लिए दल से बड़ा देश है। हम देश हित के लिए बड़े और कड़े फैसले लेने से घबराते नहीं हैं। भारत में म्यांमार को ब्रह्मदेश या भगवान ब्रह्मा की धरती भी कहा जाता है।
PM मोदी ने क्या कहा-
- म्यांमार में हम मिनी भारत का दर्शन कर रहे हैं
- म्यांमार की संस्कृति को नजदीक से देखना चाहता था
- भारत में म्यांमार को ब्रह्मदेश भी कहा जाता है
- भारत-म्यांमार की सीमा ही नहीं भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं
- हजारों साल से भारत-म्यांमार की भावनाएं जुड़ी हई हैं
- म्यांमार में रह रहे भारतीय हमारे राष्ट्रदूत हैं
- म्यांमार के बिना स्वतंत्रता आंदोलन काी याद अधूरी
- बेस के नारे से अंग्रेजी शासन की जड़े हिल गई थी
- सुभाष चंद्र बोस ने म्यांमार से आजादी का नारा दिया था
- बाल गंगाधर तिलक ने यहां गीता रहस्य की रचना की
- हमारे लिए दल से बड़ा देश है
- गरीबी, आतंकवाद, सांप्रदायिकता मुक्त भारत बनाएंगे
- देश हित में बड़े और कड़े फैसले लेने से घबराते नहीं है
- सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और GST जैसे फैसले लिए
- लाखों ऐसे लोगों का पता चला जिनके खाते में करोड़ों है
- दो लाख कंपनियों के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए
देखिए वीडियो-
इससे पहले मोदी आज म्यांमार के प्राचीन शहर बागान में 12 वीं शताब्दी के प्रसिद्ध आनंद मंदिर को देखने गए थे। इस मंदिर का पुनरुद्धार भारत की सहायता से किया जा रहा है। यह मंदिर पिछले साल भूकंप में क्षतिग्रस्त हो गया था। ऐसा माना जाता है कि बौद्ध मंदिर का निर्माण 1105 के आसपास महाराज क्यानजित्था ने किया था। यह बौद्ध मंदिर मोन स्थापत्य कला की बची हुई सर्वोत्कृष्ट कृतियों में से एक है। क्यानजित्था बर्मा के महानतम राजाओं में से एक थे। मंदिर का स्थापत्य मोन और भारतीय प्रभाव को दर्शाता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा, इतिहास के साथ जोड़ते हुए। पीएमएनरेंद्रमोदी ने आनंद मंदिर देखा। म्यांमार के बागान में यह सर्वाधिक ऐतिहासिक और पूजनीय मंदिर है।
बता दें कि पांच दिवसीय यात्रा पर निकले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते मंगलवार को चीन में ब्रिक्स सम्मेलन समाप्त होने के बाद म्यांमार पहुंचे। पीएम मोदी ने बुधवार को आंग सान सू की से मुलाकात की।
अपनी इस द्विपक्षीय बैठक में बारत और म्यांमार के बीच की अहम समझौते हुए। पीएम मोदी और सू की के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने कहा कि म्यांमार की सभी चुनौतियों को भारत समझता है। अभूतपूकर्व स्वागत के लिए पीएम मोदी ने म्यांमार की सरकार को धन्यवाद किया, पीएम मोदी ने कहां कि यहां आकर ऐसा लग रहा है मानो में अपने घर पर बैठा हूं।
पीएम मोदी ने बैठक में रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा भी उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि रोहिंग्या समाज के पलायन पर भारत भी चिंतित है। पीएम मोदी ने सू की को विश्वास जताते हुए कहा कि भारत म्यांमार की शांति प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेगा। पीएम मोदी ने भारत में कैद म्यांमार के 40 कैदियों को भी छोड़ने की बात कही।
बीते मंगलवार उन्होंने म्यांमार के राष्ट्रपति यू हतिन क्याव से मुलाकात की। यू हतिन क्याव के साथ उनकी यह मुलाकात काफी सुखद रही। दोनों नेताओं के बीच रिश्तों को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई।