ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होने वाली द्विपक्षीय मुलाकात से पहले मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल को संबोधित किया। ब्रिक्स सम्मलेन में पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी ने पांचों देशों से कहा कि, आतंकवाद से लड़ने के लिए कड़े कदम उठाएं जाएं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने डिजीटल क्षेत्र में बहुत काम किया है। पीएम मोदी ने सबका साथ, सबका विकास का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स का मकसद सबका साथ सबका विकास हो। बिजनेस काउंसिल को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने साउथ एशियाई देशों के लिए सैटेलाइट लॉन्च किया है। उन्होंने कहा कि भारत का अफ्रीकी देशों के साथ भी व्यापार बढ़ा है। (BRICS SUMMIT: डोकलाम विवाद के बाद आज पहली बार मिलेंगे जिनपिंग और पीएम मोदी)
गौरतलब है कि आज दूसरे दिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आज द्विपक्षीय बैठक होगी। इस बैठक से पहले ही भारत को एक बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल हुई जिसमें चीन ने भारत के साथ होने वाली बैठक में डोकलाम मुद्दे को लेकर कोई बातचीत नहीं करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान में सोमवार को भारत को उस समय एक बड़ी कामयाबी मिली जब BRICS देशों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों के साथ-साथ तालिबान, इस्लामिक स्टेट और अलकायदा के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की।
ब्रिक्स देशों के समूह ने सभी सरकारों से यह मांग की कि वे अपनी धरती पर आतंकी गतिविधियों और आतंकियों के वित्त पोषण को रोकने के लिए कदम उठाएं। ब्रिक्स देशों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों का नाम अपने घोषणापत्र में शामिल किया। यह भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है क्योंकि चीन अपने खास दोस्त पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर हमेशा बचाता आया है। BRICS में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं।