इस्लामाबाद। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार को लाहौर से कराची जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हुए एयरबस ए-320 की दो महीने पहले जांच की गई थी और इसने दुर्घटना से एक दिन पहले मस्कट से लाहौर के लिए उड़ान भरी थी। डॉन समाचार पत्र की खबर के अनुसार भारी वित्तीय घाटे में चल रही एयरलाइंस ने इस विमान के तकनीकी पहलुओं से जुड़ा विवरण जारी करते हुए कहा कि विमान के इंजन, लैंडिंग गियर या प्रमुख विमान प्रणाली से संबंधित कोई खामी नहीं थी।
पीआईए की उड़ान संख्या पीके-8303 के शुक्रवार को कराची हवाई अड्डे के निकट एक घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त होने से नौ बच्चों समेत 97 लोगों की मौत हो गई थी और दो यात्री इस हादसे में चमत्कारिक ढंग से बच गए। लाहौर से आ रहा विमान शुक्रवार के अपराह्र कराची में उतरने से कुछ मिनट पहले मलिर में मॉडल कॉलोनी के निकट जिन्ना गार्डन इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। पीआईए के इंजीनियरिंग और रखरखाव विभाग के अनुसार विमान की अंतिम बार जांच गत 21 मार्च को गई थी और उसने हादसे से एक दिन पहले मस्कट से लाहौर के लिए उड़ान भरी थी।
विवरण में कहा गया है कि दोनों इंजनों की स्थिति संतोषजनक थी और नियमित अंतराल पर इसके रखरखाव का काम किया जाता है। खबर के अनुसार देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने विमान को पांच नवम्बर, 2020 तक उड़ानों के लिए उपयुक्त बताया था। संघीय सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक टीम का गठन का किया है जो जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। एक प्रारंभिक बयान एक महीने के भीतर जारी किया जाएगा। इस बीच पाकिस्तान एयरलाइन्स पायलट एसोसिएशन (पीएएलपीए) ने इस हादसे की गहन जांच कराने की मांग की है। डॉन समाचार पत्र ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से अपनी खबर में कहा कि विमान ने दो बार उतरने की कोशिश की लेकिन विमान नहीं उतर पाया।
पीआईए के सीईओ अरशद मलिक ने शुक्रवार को कहा था कि जहाज तकनीकी रूप से उड़ान भरने के लिए फिट था। वर्षों से घाटे में चल रही पीआईए के पास 18,000 से अधिक कर्मचारी और 32 जहाजों का बेड़ा है। इस माह की शुरुआत में पाक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पीआईए 18 करोड़ रुपए के घाटे में चल रही है।