इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ अप्रैल में संयुक्त अरब अमीरात से स्वदेश वापस आ सकते हैं। पाकिस्तानी अवामी इत्तेहाद के एक नेता ने यह जानकारी दी। मुशर्रफ को देशद्रोह के मामले में पाकिस्तान की अदालत के सामने पेश होना है। गौरतलब है कि मेडिकल जांच के आधार पर पाकिस्तान छोड़ने की अनुमति मिलने के बाद 74 वर्षीय पूर्व तानाशाह पिछले वर्ष दुबई चले गए थे। देश में आपातकाल की घोषणा करने, सुप्रीम कोर्ट के जजों को नजरंबद करने और 100 से ज्यादा जजों को बर्खास्त करने के मामले में मार्च 2014 में मुशर्रफ को दोषी ठहराया गया था।
देशद्रोह और बेनजीर भुट्टो हत्या कांड में मुशर्रफ को ‘भगोड़ा अपराधी’ भी घोषित किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति के नेतृत्व वाले 23 राजनीतिक और धार्मिक दलों के गठबंधन पाकिस्तान आवामी इत्तेहाद के महासचिव इकबाल डार ने कहा, ‘पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ अगले महीने पाकिस्तान लौटेंगे।’ आपको बता दें कि इससे पहले उनके खिलाफ राजद्रोह के गंभीर मामले की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत ने सरकार को उनके पासपोर्ट और राष्ट्रीय पहचान पत्र को सस्पेंड करने के लिए अधिकृत कर दिया था।
अदालत ने कहा था कि यदि मुशर्रफ गृह मंत्रालय को सुरक्षा के लिए लिखित आग्रह करने में विफल रहते हैं तो सरकार आरोपी की गिरफ्तारी को सुनिश्चित करने, उसके राष्ट्रीय पहचान पत्र और पासपोर्ट को सस्पेंड करने की दिशा में कदम उठा सकती है। विशेष अदालत ने गृह मंत्रालय को मुशर्रफ की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल से संपर्क करने को कहा था। इससे पहले अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ को गिरफ्तार करने और उनकी सभी संपत्तियों को जब्त करने के निर्देश दिए थे। पाकिस्तान में राजद्रोह के मामले में दोषी करार दिए जाने पर फांसी या आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है।