कराची: पाकिस्तान के पूर्व सैनिक तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने आतंकी संगठनों को ‘देशभक्त’ बताया है। पूर्व राष्ट्रपति ने लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा जैसे संगठनों को ‘देशभक्त’ बताते हुए कहा है कि वह देश की ‘सुरक्षा’ के लिए उनके साथ गठबंधन करने को तैयार हैं। मुशर्रफ ने यह बात अपने उस बयान के करीब एक महीने बाद कही है, जिसमें उन्होंने खुद को इन दो संगठनों का सबसे बड़ा समर्थक बताया था। उस समय मुशर्रफ ने कहा था कि वह खूंखार आतंकी और मुंबई हमले के मास्टमाइंड हाफिज सईद को पसंद करते हैं और उससे मुलाकात भी की थी।
पाकिस्तानी न्यूज चैनल ARY ने मुशर्रफ का हवाला देते हुए कहा, ‘वे (लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा) देशभक्त लोग हैं। सबसे ज्यादा देशभक्त। उन्होंने पाकिस्तान के लिए कश्मीर में अपने जीवन का बलिदान किया है।’ 74-वर्षीय मुर्शरफ ने पिछले महीने कहा था कि वह लश्कर-ए-तैयबा और उसके संस्थापक हाफिज सईद के सबसे बड़े प्रशंसक हैं। हाफिज मुंबई आतंकी हमलों का मुख्य सरगना है और अभी जमात-उत-दावा का प्रमुख है। मुशर्रफ ने कहा कि दोनों समूहों को खासा जनसमर्थन प्राप्त है और अगर वे कोई राजनीतिक पार्टी बनाते हैं तो किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
गौरतलब है कि हाफिज सईद ने पिछले महीने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा का खुलासा करते हुए घोषणा की थी कि उसका समूह 2018 का आम चुनाव लड़ेगा। मुशर्रफ ने कहा कि अब तक दोनों समूहों में से किसी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया है और अगर वे उनकी पार्टी के साथ गठबंधन करना चाहते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। मुशर्रफ ने पिछले महीने ही 23 राजनीतिक दलों के साथ मिलकर महागठबंधन तैयार करने की बात कही थी, हालांकि महागठबंधन की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही कुछ दलों ने इसमें शामिल होने की खबरों को खारिज किया था।