काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से पंजशीर घाटी ही वो जगह है, जहां पर तालिबान अबतक कब्जा नहीं कर पाया है। कल तालिबान ने अपने हजारों आतंकी पंजशीर घाटी पर कब्जा करने के लिए भेजे थे। तालिबान को पता है कि पंजशीर घाटी पर कब्जा करना उसके लिए आसान काम नहीं है, ऐसे में वो घिनौनी हरकत पर उतर आया है। पंजशीर में मौजूद अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि तालिबान ने अंदराब घाटी में खाने और फ्यूल की सप्लाई रोक दी है। अंदराब घाटी पंजशीर घाटी से सटा हुआ इलाका है।
अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर कहा, "तालिबान ने अंदराब घाटी में खाने और ईंधन की सप्लाई की सप्लाई रोक दी है। यहां विकट मानवीय स्थिति है। हजारों महिलाएं और बच्चे पहाड़ों पर भाग गए हैं। पिछले दो दिनों से तालिबानी लड़ाके बच्चों और बुजुर्गों का अपहरण कर उन्हें ढाल के रूप में उपयोग कर रहे हैं औऱ उन्हें आगे रखकर घरों की तलाशी ले रहे हैं।"
अंदराब घाटी में तालिबान को हो रहा भारी नुकसान
अफगानिस्तान में तालिबान को पंजशीर में कड़ी टक्कर मिल रही है। ये जंग अब बेहद अहम मोड़ पर पहुंच गई है। पंजशीर को बचाने के लिए अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद की रजिस्टेंस फ्रंट लगातार लड़ रहा है। रजिस्टेंस फोर्स ने दावा किया है कि अंदराब में हुई लड़ाई में 50 से अधिक तालिबानी लड़ाके मारे गए हैं और 20 से अधिक लड़ाकों को बंधक बनाया गया है। इस लड़ाई में तालिबान के लोकल कमांडर के मारे जाने का भी दावा किया जा रहा है। एक दिन पहले यहां तीन सौ तालिबानियों के मारे जाने का दावा किया गया था, हालांकि तालिबान ने इस दावे को खारिज किया है। अब पचास तालिबानियों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है।