इस्लामाबाद: पनामा केस में फंसने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया जिसके बाद कहा जा रहा है कि नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज देश की नई प्रधानमंत्री बन सकती हैं क्योंकि कई लोगों का मानना है कि यदि पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाया जाता है तो कानूनी अड़चन पैदा हो सकता है। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के नाम का ऐलान शनिवार को हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मंत्री और नवाज शरीफ के रिश्तेदार इशाक डार को भी सर्वोच्च न्यायालय अयोग्य घोषित कर चुका है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मंत्रिमंडल के किसी भी मंत्री को सत्ता की कमान सौंपना नहीं चाहते हैं ऐसे में माना जा रहा है कि वे अपने भाई या पत्नी को ही कमान सौंप सकते हैं। गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय की 5 सदस्यों वाली बेंच ने नवाज शरीफ के विरूद्ध निर्णय सुनाया जिसमें नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य बताया गया।
क्या है पनामा पेपर्स?
शरीफ परिवार का पाप बाहर ना निकलता अगर पनामा लीक्स न हुआ होता। पनामा की कंपनी मॉसैक फ़ॉनसेका की गोपनीय जानकारी लीक हुई जो खोजी पत्रकारों की अंतर्राष्ट्रीय संस्था इंटरनैशनल कॉनसॉर्शियम ऑफ़ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स के हाथ लगी। लीक हुई जानकारी को ही नाम दिया गया पनाम पेपर्स लीक।
1 करोड़ 10 लाख से ज़्यादा दस्तावेज लीक हुए थे। आरोप लगा कि 200 देशों के करीब 140 नेताओं औऱ सेलिब्रिटीज ने पनामा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और बहामास जैसे देशों में पैसे लगाया जहां टैक्स भी नहीं लगता और पैसे लगाने वालों के नाम भी सार्वजनिक नहीं किए जाते। बड़े लोगों ने 2 लाख 14 हज़ार से ज़्यादा शेल कंपनियां खोलकर अपने अपने देश के साथ टैक्स की गद्दारी की।
नवाज शरीफ के परिवार भी इसी लीक्स से बदनाम हुआ था। जिस पनामा गेट के चक्कर में नवाज शरीफ नप गए हैं उसके चक्कर में भारत के कई बड़े नाम विवाद में फंसे थे लेकिन भारत में पनामा गेट करीब करीब दफन हो चुका है।