इस्लामाबाद: पनामा पेपर लीक कांड के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार की लंदन में स्थित संपत्ति की जांच करने वाली संयुक्त जांच टीम (JIT) ने शरीफ के खिलाफ 15 मामलों को फिर से खोलने की सिफारिश की है। मीडिया में आज एक खबर में यह कहा गया है। यह हाई प्रोफाइल मामला 1990 के दशक में शरीफ द्वारा कथित धन शोधन किए जाने का है, जब उन्होंने प्रधानमंत्री रहने के दौरान लंदन में संपत्ति खरीदी थी। पनामा पेपर लीक से पिछले साल इस बात का खुलासा हुआ था। (भारतीय सैनिकों की गोलीबारी में पाक के 4 सैनिक नदी में डूबे)
इस मुद्दे की जांच करने वाली छह सदस्यीय जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी अंतिम रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी। इसने कहा है कि शरीफ और उनके बच्चों की जीवनशैली उनकी आय के ग्यात स्रोत से अधिक की है। इसने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक नया मामला दर्ज करने की सिफारिश की।
वहीं, नवाज शरीफ ने इस रिपोर्ट को बेबुनियाद आरोपों को पुलिंदा बताते हुए खारिज कर दिया। पाकिस्तान के डॉन अखबार की खबर के मुताबिक जेआईटी ने अदालत से 15 पुराने मामलों को खोलने कहा है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 20 अप्रैल के अपने आदेश में जेआईटी से लंदन फ्लैटों की खरीद की जांच करने को कहा था।