इस्लामाबाद. एक प्रख्यात परोपकारी में कोविड-19 की पुष्टि होने के बाद इमरान खान भी कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच कराने पर सहमत हो गए हैं। उक्त व्यक्ति ने कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। यह जानकारी मंगलवार को उनके चिकित्सक ने दी।
इदी फाउंडेशन के अध्यक्ष और दिवंगत परोपकारी अब्दुल सत्तार इदी के बेटे फैज़ल इदी ने पिछले हफ्ते खान से मुलाकात की थी। खान के निजी चिकित्सक और शौकत खानम स्मारक कैंसर अस्पताल के सीईओ फैज़ल सुल्तान ने संवाददाताओं को बताया कि खान की कोविड-19 के लिए जांच होगी।
सुल्तान ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री खान की कोरोना वायरस की जांच होगी ताकि दर्शाया जा सके कि वह देश के जिम्मेदार नागरिक हैं। हम सभी प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और इसी मुताबिक अनुशंसाएं करेंगे।’’ प्रोटोकॉल के तहत कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति से मिलने वाले के लिये खुद पृथक वास में जाने की अनुशंसा है।
पाकिस्तान में मंगलवार को कोरोना वायरस से 16 और लोगों की मौत हो गई जिससे देश में मरने वालों की संख्या 192 हो गई है जबकि संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर नौ हजार से अधिक हो गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि अगर खान को पृथकवास में जाने के लिए कहा जाता है तो वह सरकार कैसे चलाएंगे।
इमरान खान फिलहाल दिनचर्या के मुताबिक काम कर रहे हैं और उन्होंने कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता भी की। इससे पहले फैज़ल इदी के बेटे साद ने डॉन अखबार को बताया था कि 15 अप्रैल को इस्लामाबाद में खान के साथ बैठक के तुरंत बाद पिछले हफ्ते उनके पिता में संक्रमण के लक्षण दिखने शुरू हो गए थे।
साद ने कहा, ‘‘लक्षण चार दिन तक रहे और फिर उनमें कमी आई।’’ उन्होंने कहा कि उनके पिता वर्तमान में इस्लामाबाद में हैं और उनकी तबियत ठीक है। इदी फाउंडेशन की स्थापना दिवंगत अब्दुल सत्तार इदी ने की थी और यह पाकिस्तान का प्रमुख चैरिटी संगठन है।