लाहौर: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता आगामी 11 अगस्त को प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में अभी भी कोशिश की जा रही है कि इमरान खान प्रधानमंत्री ना बन सके। इसके लिए इमरान खान को प्रधानमंत्री पद के लिए चुनौती दी जा रही है। पाकिस्तान के दो प्रभावी दलों ने इमरान खान के खिलाफ साथ आने की बात कही है। हालांकि यह छोटी पार्टीयां इमरान कान को प्रधानमंत्री बनने से नहीं रोक सकती। (PM मोदी के इमरान को फोन करने का PAK ने किया स्वागत, कहा- भारत से बातचीत शुरू करना चाहते हैं )
आपको बता दें कि इमरान खान की पार्टी ने नेशनल असेंबली की 272 सीटों में से 116 पर अपनी जीत दर्ज की थी। ऐसा माना जा रहा है कि इमरान खान गठबंधन करके सरकार बनाने में सफल होंगे। गौरतलब है कि, इमरान खान सादे समारोह में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेना चाहते हैं और वह विदेशी नेताओं तथा मशहूर हस्तियों को इसमें बुलाए जाने के पक्षधर नहीं हैं।
खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी 25 जुलाई को हुए चुनावों में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है। 65 वर्षीय नेता के 11 अगस्त को शपथ ग्रहण करने की संभावना है। उनकी पार्टी ने पहले शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान और कपिल देव, सुनील गावस्कर तथा नवजोत सिंह सिद्धू जैसे भारतीय क्रिकेटरों को आमंत्रित करने की योजना बनाई थी।