इस्लामाबाद. भारत की बढ़ती ताकत से पाकिस्तान घबराया हुआ है। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना लगातार अपनी शक्ति में इजाफा कर रहीं है। भारत की बढ़ती ताकत ने पाकिस्तान के दोस्त चीन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। गलवान में जबसे भारतीय सेना ने चीन को सबक सिखाया है, तबसे पाकिस्ता घबराया हुआ है। पाकिस्तान लगातार अपनी ताकत बढ़ाने को लेकर सोच रहा है। अब पाकिस्तान ने अपनी सबसे कमजोर कड़ी पाकिस्तानी नौसेना की शक्ति बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। पाकिस्तानी नौसेना अपनी शक्ति बढ़ाने के लिये एक महत्वाकांक्षी योजना के तहत 20 बड़े जहाज सहित 50 से अधिक पोत अपने बेड़े में शामिल करेगी। पाक नौसेना के निवर्तमान प्रमुख ने बुधवार को यह कहा।
एडमिरल जफर महमूद अब्बासी ने अपने विदाई भाषण में कहा कि नौसेना अगले कुछ वर्षों में चार चीनी जहाजों और इतनी ही संख्या में तुर्की निर्मित मध्य श्रेणी के जहाज 2023 और 2025 के बीच शामिल करेगी। उन्होंने कहा कि चीन के सहयोग से हैंगोर पनडुब्बी परियोजना पर योजना के मुताबिक काम आगे बढ़ रहा है और पाकिस्तान तथा चीन में चार-चार पनडुब्बी बन रही है।
सरकारी रेडियो पाकिस्तान ने अब्बासी के हवाले से कहा, ‘‘यह परियोजना हमें पनडुब्बी संचालित करने वाली नौसेना से पनडुब्बी बनाने वाली नौसेना में तब्दील कर देगी। ’’ रेडियो ने उनके हवाले से कहा कि 20 बड़े जहाजों सहित 50 से अधिक पोत वाला बेड़ा नौसेना की क्षमता को मजबूत बनाएगा। अब्बासी ने पाक नौसेना की कमान औपचारिक रूप से नये नौसेना प्रमुख एडमिरल अमजद खान नियाजी को सौंप दी, जिन्होंने देश के 22 वें नौसेना प्रमुख के रूप में बुधवार को कार्यभार संभाला। (भाषा)