कराची: पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार की घटनाएं बेहद ही आम बात हो गई है। पिछले दिनों जहां हिंदू व सिख लड़कियों का अपहरण कर जबरन निकाह कराने जैसी कई घटनाएं देखने को मिली थीं, वहीं अब कराची के एक हिंदू दंपति को मार-पीटकर किडनैप किए जाने की खबर सामने आई है। इसके खिलाफ बुधवार को स्थानीय हिंदुओं ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हिंदू दंपति 3 दिनों से लापता है। इसके विरोध में बुधवार को कराची में बड़ी संख्या में हिदू समुदाय के लोग एकत्रित हुए और उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई।
कीमती सामान चुराने का आरोप लगाकर पिटाई
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने दंपति के कथित रूप से गायब होने के पीछे क्षेत्र की एक प्रभावशाली महिला को दोषी ठहराया। उन्होंने दावा किया कि महिला ने सबसे पहले उसके घर पर काम करने वाले राजा रोहताश नामक व्यक्ति पर कीमती सामान चुराने का आरोप लगाया और इसके बाद उसकी जमकर पिटाई की। जब इस व्यक्ति की पत्नी पोपल दारोपति उसे बचाने के लिए पहुंची तो महिला ने उसे भी बुरी तरह पीटा। लोगों ने आरोप लगाया कि इसके बाद उक्त दबंग महिला ने हिंदू पति-पत्नी का अपहरण करा दिया। आरोप लगाया गया है कि इस जोड़े को कराची से दूर कथित तौर पर नवाबशाह ले जाया गया है।
अल्पसंख्यकों पर कठोर अत्याचार है आम बात
गौरतलब है कि पाकिस्तान में नवंबर 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक तीन महीनों के दौरान ही करीब 50 हिंदू व सिख लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें से अधिकतर मामलों में सरकार, स्थानीय प्रशासन या पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। खास बात यह है कि इस ताजा घटनाक्रम में सुर्खियां बटोरने के लिए पाकिस्तान की सत्तारूढ़ सरकार के नेता भी दंपति के प्रति अपनी संवेदना प्रकट कर रहे हैं। हिंदू समुदाय के विरोध प्रदर्शन में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद शहजाद कुरैशी और राजा अजहर खान सहित अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी हिस्सा लिया।
पिछले 3 दिनों से लापता है हिंदू दंपति
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि दंपति पिछले 3 दिनों से लापता है। उन्होंने कहा कि राजा रोहताश कराची महानगर निगम में एक सफाई कर्मचारी है और वह उक्त दबंग महिला के बंगले पर भी काम करता है। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि राजा को शुरुआत में 2 दिनों के लिए बंगले में ही रखा गया और इस दौरान उसे बहुत प्रताड़ित किया गया। लोगों ने कहा कि उन्हें लग रहा है कि दोनों पति-पत्नी पर फर्जी मामले दर्ज किए गए हैं, मगर उनके परिजनों को दंपति के ठिकाने के बारे में नहीं बताया जा रहा है।