लाहौर: आमतौर पर हमारे समाज में देखने को मिलता है कि महिलाओं की शादी करने से पहले उनकी शादी पेड़ से या किसी जानवर से करवाई जाती है। इसके पीछे यह प्रथा है कि इससे होने वाले पति पर किसी भी प्रकार का कोई संकट नहीं आता है। लेकिन कहीं ना कहीं धर्म की आड़ में महिलाओं के साथ कुछ ऐसा किया जाता है जिसे आप सोच भी नहीं सकते। हाल ही में पाकिस्तान में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपको हैरानी होगी। पाकिस्तान में परंपरा के नाम पर लड़कियों की शादी मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ कुरान से करवाई जाती है। (भारतीय महिला ने कहा, बंदूक की नोंक पर करवाई गई पाकिस्तानी से शादी)
पाकिस्तान में इस परंपरा को हक बख्शीश कहा जाता है। हक बख्शीश का मतलब होता है- शादी करने के हक को त्याग देना। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह परंपरा पाकिस्तान में गैर- कानूनी है, और इस्लाम भी इसकी इजाज़त नहीं देता है। लेकिन कुछ लोग अपने मतलब के लिए इस प्रथा के जरिए मासूम लड़कियों की जिंदगी को तबाह कर देते हैं। हक बख्शीश प्रथा में लड़की जीवन भर कुरान की बीवी कहलाती है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में यह प्रथा काफी प्रचलित है। यहां पर जो परिवार अपनी बेटी की शादी पर पैसे खर्च नहीं चाहता वह उसकी शादी कुरान से करवा देते हैं। कुरान से शादी करने के बाद लड़की किसी भी व्यक्ति से शादी नहीं कर सकती है, और इनका ज्यादातर समय कुरान पड़ने में ही बीतता है। ऐसी लड़कियों को हफिजा कहा जाता है। यानी उन्हें कुरान की हर बात जुबानी याद रहती है।
पाकिस्तानी कानून के अनुसार, हक बख्शीश गैरकानूनी है। जो कोई भी इसमें दोषी पाया जाता है, उसे 7 साल कैद की सजा दी जाती है। धार्मिक कारणों से इस कुप्रथा के ज्यादातर मामले कभी सामने ही नहीं आ पाते। इस गैर कानूनी प्रथा के बारे में पाकिस्तान की एक न्यूज एजेंसी पाकिस्तान प्रेस इंटरनेशनल (PPI) ने लिखा था। उन्होंने फरीबा नाम की लड़की के बारे में लिखा था। 25 साल की फरीबा काफी खूबसूरत थी। लेकिन परंपरा के नाम पर उसका निकाह कुरान से करवा दिया गया था।