इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि उनका देश भारत से लगा करतारपुर बॉर्डर क्रॉसिंग जल्द ही खोलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर सिख तीर्थयात्री बिना वीजा के ऐतिहासिक गुरूद्वारा जा सकेंगे। चौधरी ने बताया कि सिखों के गुरूद्वारा दरबार साहिब करतारपुर के दर्शन के लिए एक तंत्र विकसित किया जा रहा है और ‘जल्द ही कुछ कदम उठाने की अपेक्षा है।’ BBC को दिए एक इंटरव्यू में फवाद ने कहा, ‘पाकिस्तान सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर बार्डर खोल देगा जिसके बाद तीर्थयात्री बिना वीजा के गुरूद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर सकेंगे।’
करतारपुर बार्डर खोलने का पहला संकेत पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल जावेद बाजवा ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में दिया था। करतारपुर गुरूद्वारा भारतीय सीमा के निकट पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में स्थित है। माना जाता है कि गुरु नानक देव का देहावसान यहीं हुआ था। चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार और फौज दोनों ही शांति के लिए भारत से बातचीत करने के खाहिशमंद हैं लेकिन भारत सरकार ने अब तक इस मुद्दे पर कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खान ने चुनाव जीतने के बाद भारत को सकारात्मक संकेत दिए। उन्होंने अपने शपथग्रहण समारोह में पूर्व भारतीय क्रिकेटरों को न्योता दिया और अपने पहले संबोधन में बातचीत की पेशकश की। उन्होंने भारत के प्रति सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और पिछली सरकार की नीतियों के बीच के फर्क के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि मुख्य फर्क यह है कि अभी सभी संस्थाओं की एक राय और एक समझ है। उन्होंने कहा, ‘नवाज शरीफ की विदेश नीति की तरह यह इमरान खान की विदेश नीति नहीं है। यह पाकिस्तान की विदेश नीति है।’