इस्लामाबाद | पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में चुनौती बनकर उभरे तबलीगी जमात के सदस्यों को उन्हीं मस्जिदों में क्वारंटाइन करने का फैसला किया गया है जहां वे अभी टिके हुए हैं। पंजाब प्रांत में लाहौर के पास रायविंड में तबलीगी जमात के मुख्यालय पर मार्च के पहले पखवाड़े में हुए जलसे के बाद जमात सदस्यों की टोली देश के कई हिस्सों में गई और कई जगहों पर इनसे कोरोना संक्रमण हुआ।
रायविंड में भी रोजाना जमात के लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के मामले सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तानी मीडिया ने बताया है कि रायविंड में जमात के मुख्यालय में ठहरे जमातियों में 101 और को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। अब, पाकिस्तानी की संघीय व प्रांतीय सरकारों ने तय किया है कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तबलीगी जमात के लोगों को उन मस्जिदों में ही क्वारंटाइन किया जाएगा जहां वे इस वक्त हैं। इन मस्जिदों को ही क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गया है।
इससे पहले सरकार ने जमात के समूहों से कहा था कि वे जहां कहीं भी हैं, वहां से निकलकर अपने नजदीकी मरकजों को पहुंचे और आइसोलेशन में रहें। लेकिन, अब नीति बदलते हुए इनके आवागमन पर रोक लगा दी गई है और इन्हें जिन मस्जिदों में यह अभी टिके हैं, वहीं तक के लिए सीमित कर दिया गया है।
इस सिलसिले में हुई बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' को बताया कि संघीय व प्रांतीय सरकारों ने इस मामले में आपसी समन्वय और सामंजस्य बनाने की भी कार्ययोजना बनाई है। इन सदस्यों का क्वारंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद इन्हें इनके घरों तक भेजने के लिए एक मुकम्मल नीति बनाई जाएगी जिस पर इन सदस्यों को अमल करना होगा। सूत्रों ने बताया कि जमात के सदस्यों के रक्त के नमूने जांच के लिए मस्जिदों में ही लिए जाएंगे। स्थानीय अफसरों को इन तक राशन व अन्य सुविधाएं पहुंचाने की जिम्मेदीरी दी गई है।