पिछले कुछ दिनों से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच चलने वाली तनातनी गहरा रूप लेती जा रही है। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान पर लगाए गए आरोपों के बाद से पाक ने अमेरिका के साथ अपने खुफिया सहयोग को स्थगित कर दिए हैं। मंगलवार को इस्लामाबाद के एक कॉलेज में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के रक्षामंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने इस बात की जानकारी दी। (दुनिया के सबसे गर्म रेगिस्तान में हुई जमकर बर्फबारी, जमी 16 इंच बर्फ )
गौरतलब है कि नए साल पर अमेरिका ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि उसने गत 15 वर्षों में 33 अरब डालर की सहायता के बदले अमेरिका को ‘झूठ और धोखे’ के सिवा कुछ भी नहीं दिया है। ट्रंप ने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को ‘‘सुरक्षित पनाहगाह’’ मुहैया करायी। ट्रंप ने कड़े शब्दों वाले ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिका ने मूर्खतापूर्ण तरीके से पाकिस्तान को गत 15 वर्षों में 33 अरब डालर से अधिक की सहायता दी और उन्होंने हमारे नेताओं को मूर्ख सोचते हुए हमें ‘झूठ और धोखे’ के अलावा कुछ भी नहीं दिया।’’
खान को पाकिस्तान की सिक्योरिटी इन्वॉयरमेंट का ढांचा शीर्षक पर भाषण देना था। जहां उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिका की हार की बात कही। उन्होंने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि, अफगानिस्तान में अपनी हार के लिए अमेरिका पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान इस बात की इजाजत नहीं देगा कि अफगानिस्तान की लड़ाई पाकिस्तान की जमीन पर लड़ी जाए।