इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बच्चों को अभी तक पोलियो से निजात नहीं मिल पाई है। साल 2020 के 3 महीने भी नहीं बीते हैं कि पाकिस्तान में पोलियो के 30 मामले सामने आ चुके हैं। द न्यूज एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पोलियो के मामले रोकने के लिए गठित सिंध इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने शनिवार को जिला नुआशेरो फिरोज में एक और नए पोलियो मामले की पुष्टि की है। इसकी पुष्टि के साथ ही 2020 में अभी तक सिंध प्रांत का यह 9वां मामला है, वहीं देश का यह 30वां मामला है।
इमर्जेंसी ऑपरेशन सेंटर के एक बयान के मुताबिक, अब एक 4 साल की लड़की यूसी लालिया की पहचान की गई है, जिसे पोलियो हुआ है। बता दें कि पाकिस्तान ने इसी सप्ताह पोलियो के बढ़ते मामलों का पता लगाने के साथ ही इसकी रोकथाम के लिए नियुक्त अधिकारियों पर भी जिम्मेदारी निर्धारित करने के लिए एक अहम बैठक भी की थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं (NHS) पर सीनेट की स्थायी समिति ने पाकिस्तान में बढ़ते पोलियो के मामलों पर चिंता व्यक्त की थी।
समिति के सदस्यों ने बुधवार को एक बैठक के दौरान पोलियो की रोकथाम के लिए नियुक्त बाबर बिन अट्टा को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें इस मामले में तलब करने का सुझाव दिया था। इस दौरान सदस्यों ने बाबर से यह पूछे जाने की भी सलाह दी कि 2017 में पोलियो के महज 8 मामलों से लेकर 2019 तक 146 मामले आखिर कैसे हो गए। सदस्यों ने उन्हें उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराने के लिए जवाबदेह बनाने का सुझाव दिया। PML-Nकी सीनेटर आयशा रजा फारूक ने सुझाव दिया कि बाबर को समिति की बैठक में बुलाया जाए और उनसे पूछा जाए कि इतने मामले क्यों बढ़े।