इस्लामाबाद | पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शनिवार को कहा कि भारत कश्मीर की विशेष स्वायत्तता समाप्त करके आग के साथ खेल रहा है और इस आग में भारत की धर्म निरपेक्षता जलकर खाक हो जाएगी। डॉन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, कनाडाई व अमेरिकी मीडिया आउटलेट वाइस न्यूज को दिए साक्षात्कार में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार को अगर लगता है कि वह अपने संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए को समाप्त करके अपने कब्जे वाले कश्मीर के हालात में सुधार ला सकती है तो वह मूर्खो के जन्नत में निवास कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत ने असल में संवैधानिक बदलाव के जरिए कश्मीर में आतंकवाद को प्रोत्साहन दिया है जिसके लिए पाकिस्तान जिम्मेदार नहीं है। उनसे जब पूछा गया कि क्या पाकिस्तान निराश है कि दशकों में कश्मीर मसले पर पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद कोई बयान नहीं जारी किया गया। इस पर अल्वी ने कहा कि हालात पर काफी विचार विमर्श हुआ और कश्मीर मसले को काफी समय बाद अंतर्राष्ट्रीय पटल पर उठाया गया।
उन्होंने कहा कि भारत ने कश्मीर मसले पर सुरक्षा परिषद के अनगिनत प्रस्तावों की उपेक्षा की और पाकिस्तान के साथ बैठक कर विवाद का समाधान करने से मना कर दिया। द्विपक्षीय वार्ता पर गतिरोध के संबंध में उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, "यह कब तक चलेगा?" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान और भारत के बीच 1972 के शिमला समझौते के बाद काफी समय गुजर गया है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या दुनिया चुप रह सकती है और दोनों पक्षों पर बातचीत के लिए जोर डाल सकती है जब एक पक्ष वार्ता से इन्कार करता हो। राष्ट्रपति ने कहा, "मुझे लगता है कि कश्मीर को निगलने के लिए आधिपत्यवादी इरादा है लेकिन यह नहीं चल पाएगा।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मसले को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाता रहेगा और भारत के कब्जे वाले कश्मीर में सरकार द्वारा एक बार कर्फ्यू हटाने के बाद वहां के लोग अपनी मंशा जाहिर करेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की चेतावनी को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि इस बात की संभावना है कि भारत पुलवामा जैसा झूठा ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है और उसके बाद पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। लेकिन पाकिस्तान युद्ध आरंभ करना नहीं चाहता है। अल्वी ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ युद्ध चाहता है लेकिन जोरदार तरीके से नई दिल्ली को इसके लिए हतोत्साहित किया जाएगा। उनसे जब पूछा गया कि अगर भारत युद्ध की स्थिति पैदा करेगा तो क्या पाकिस्तान प्रतिकार करेगा। इस पर उन्होंने कहा, "अगर भारत युद्ध शुरू करेगा तो अपना बचाव करना हमारा अधिकार है।"