इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा हैमकि वह 'स्मार्ट लॉकडाउन' लागू करने के लिये कोरोना वायरस के हॉटस्पाट की पहचान तकनीक के इस्तेमाल से करेगा। देश में एक दिन में कोविड-19 के 2870 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 33,330 हो गई। यहां पत्रकारों से बात करते हुए योजना मंत्री असद उमर ने कहा कि लॉकडाउन में रियायत दी गई है क्योंकि इससे कम आय वर्ग के लोगों पर बेहद बुरे प्रभाव सामने आ रहे थे लेकिन आगाह किया कि इसका यह मतलब नहीं कि सभी ऐहतियाती कदम वापस ले लिये गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के हॉटस्पाट की पहचान के लिये आंकड़े इकट्ठा करने के लिये और स्मार्ट लॉकडाउन लागू करने के लिये तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
उमर ने कहा कि आंकड़े जुटाए जा रहे हैं और देश भर के सभी अस्पतालों से कहा जाएगा कि वे एक वेब पोर्टल बनाने के लिये आंकड़े उपलब्ध कराएं जिससे एक ही जगह कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने एक ऐप विकसित किया है जिससे लोगों को पास के उन अस्पतालों के बारे में जानकारी मिल सकेगी जहां बिस्तर खाली हैं और वेंटिलेटर उपलब्ध है।
लोगों से सभी ऐहतियात बरतने का अनुरोध करते हुए उमर ने कहा कि वायरस का प्रकोप रोकने के लिये हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह ऐहतियात बरते। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बावजूद पाकिस्तान में लॉकडाउन में ढील का पहला चरण शनिवार को शुरू हो गया। सरकार ने कई और कारोबारों को सुबह से शाम पांच बजे तक खोलने की इजाजत दे दी है। चिकित्सकों ने हालांकि लॉकडाउन में रियायत के खिलाफ चेतावनी दी है।
पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मांग की कि सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों का पालन करे और बंद को सख्ती से लागू करे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने कहा कि देश में कुल 33,330 मामले सामने आ चुके हैं। पंजाब में संक्रमण के 11093, सिंध में 11480, खैबर पख्तूनख्वा में 4669, बलोचिस्तान में 1935, इस्लामाबाद में 641, गिलगित-बाल्तिस्तान में 430 और पाक अधिकृत कश्मीर में 86 मामले सामने आए हैं। महामारी की वजह से बीते 24 घंटे में 22 लोगों की मौत हो चुकी है जिससे इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 639 हो गई है। अब तक 8023 लोग ठीक भी हो चुके हैं।