इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बीते कुछ महीनों में कोरोना वायरस के मामलों में काफी कमी देखी गई थी, लेकिन अब इसमें तेजी देखने को मिल रही हैं। पाकिस्तान में पहली बार जुलाई के बाद से एक दिन में 1,500 से अधिक मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 'नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर' (NCOC) ने कहा कि शनिवार को 1,543 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या, जो पिछले महीने 6,000 से कम थी, 17,520 तक पहुंच गई है। नए दैनिक मामलों में वृद्धि से कुल मामलों की संख्या बढ़कर 342,373 हो गई है, जबकि 6,955 लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं।
23 जुलाई को 1,763 मामले सामने आए जिसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे घटकर सितंबर में 300 से कम रह गई। देश ने 14 जून को सबसे अधिक दैनिक मामलों को देखा गया, जब 6,825 लोग वायरस के संपर्क में आए थे। महामारी के मामलों में वृद्धि के कारण, नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (NCOC) ने SOP उल्लंघनकर्ताओं पर 100 पाकिस्तानी रुपया जुर्माना लगाने और उन्हें मौके पर तीन मास्क प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसने यह भी घोषणा की है कि 20 नवंबर से, शादी के कार्यक्रम अधिकतम 1,000 मेहमानों के साथ खुले क्षेत्रों में आयोजित किए जाएंगे।
डॉन न्यूज से बात करते हुए, 'यूनिवर्सिटी ऑप हेल्थ साइंसेज' के वाइस चांसलर प्रोफेसर जावेद अकरम ने कहा कि मामलों में वृद्धि की आशंका है क्योंकि 90 प्रतिशत लोगों ने एसओपी की अनदेखी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, ‘तथ्य यह है कि गर्म मौसम के कारण वायरस नियंत्रण में था, और तापमान में बदलाव के साथ, यह तेजी से फैलने लगा है।’ बता दें कि पिछले दिनों में पाकिस्तान में औसत रूप से टेस्टिंग भी काफी कम हुई है। अभी तक देश में प्रति 10 लाख लोगों पर 21028 सैंपल्स की टेस्टिंग हुई है, जबकि भारत में ये आंकड़ा 85,021 है। पाकिस्तान में कोरोना बम के फटने के पीछे टेस्टिंग में ढील भी एक कारण हो सकता है।