इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कहा कि कोई भी नृशंस पुलवामा आतंकवादी हमले के लिए उनके देश को धमका नहीं सकता है। हालांकि उन्होंने पेशकश की कि यदि भारत इस घटना के संबंध में पाकिस्तान के साथ कोई सबूत साझा करता है तो पाकिस्तान जांच में पूरा सहयोग करेगा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को एक आत्मघाती बम हमलावर के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गये। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।
म्युनिख सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने जर्मनी गये कुरैशी ने एक रिकार्डेड वीडियो संदेश में दावा किया कि बिना जांच के भारत ने बगैर सोचे-विचारे तत्काल इस हमले का ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़ दिया। उन्होंने संदेश में कहा, ‘‘पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना आसान है लेकिन इससे समस्या का हल नहीं होगा और विश्व भी मानने को तैयार नहीं होगा। ’’ कुरैशी का यह संदेश पाकिस्तान के सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने अपने ट्विटर एकाउंट पर जारी किया। पाक विदेश मंत्री ने कहा कि कोई भी इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर उसे धमका नहीं सकता । उन्होंने कहा, ‘‘हमे मालूम है कि अपनी रक्षा कैसे की जाए। हम भी अपना दृष्टिकोण दुनिया के सामने रख सकते हैं। हमारा संदेश शांति का है न कि संघर्ष का। ’’
पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एलान किया कि जो भी जिम्मेदार है, उसे भारी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को इस नरसंहार का जवाब देने की खुली छूट दी गयी है और जवाब का समय, स्थान और प्रकृति वे तय करें। मोदी ने कहा, ‘‘इस घृणतम हमले के गुनहगारों और उनके सरपरस्तों को करारा जवाब दिया जाएगा। ’’
कुरैशी ने कहा, ‘‘यदि भारत के पास (पुलवामा हमले में पाकिस्तान के तत्वों की संलिप्तता के बारे में) कोई सबूत है, तो उसे हमसे साझा करना चाहिए। हम पूरी ईमानदारी से जांच करेंगे और देखेंगे कि क्या यह (सबूत) सही है। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि हम सहयोग करेंगे। क्योंकि हम कोई अशांति नहीं चाहते हैं। ’’ इस घटना की निंदा करते हुए पाक विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हिंसा न हमारी नीति थी और है।
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