लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सत्तारूढ़ पार्टी ने अपने उस नेता को निलंबित कर दिया है जिसने हिंदू विरोधी पोस्टर लाहौर में लगाए थे। विरोध के बाद पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी के नेता ने कहा था कि गलती उनकी नहीं बल्कि प्रिंटर की थी और वह माफी मांगते हुए पोस्टर को हटवा रहे हैं। अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के प्रति अपमानजनक पोस्टर के मामले में PTI ने अपने लाहौर संभाग के महासचिव मियां अकरम उस्मान को निलंबित कर दिया है। गौरतलब है कि PTI के प्रमुख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान हैं।
पार्टी द्वारा उस्मान को जारी कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि पोस्टर पर जिन शब्दों और विचारों को प्रस्तुत किया गया, वे पार्टी की नीतियों के खिलाफ हैं। पार्टी की लाहौर इकाई के अध्यक्ष जुहैर अब्बास खोखर की तरफ से जारी इस नोटिस में कहा गया है कि इस मामले को पार्टी की एक विशेष समिति को सौंप दिया गया है। गौरतलब है कि 5 फरवरी को पाकिस्तान में मनाए गए 'कश्मीर एकजुटता दिवस' के अवसर पर उस्मान ने यह पोस्टर लाहौर में लगवाए थे। इसमें कहा गया था कि ‘हिंदू बात से नहीं लात से मानता है।’ उस्मान ने पोस्टरों की छपाई का दोष 'प्रिंटर' पर डालते हुए कहा था कि 'प्रिंटर ने इन्हें गलती से छाप दिया।'
सोशल मीडिया पर विरोध के बाद उस्मान ने इन पोस्टरों को हटवाया। उन्होंने कहा कि वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना लगाना चाहते थे लेकिन 'प्रिंटर ने गलती से मोदी की जगह हिंदू छाप दिया।' जैसे ही यह पोस्टर लोगों के बीच आए, पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूजर ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। प्रिंटर की गलती वाली बात को भी लोगों ने मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद उस्मान ने ट्वीट किया, ‘मैं सरहद के इधर और उधर, दोनों तरफ के शांतिप्रिय हिंदुओं से माफी मांगता हूं। जैसे ही यह बात मेरी नोटिस में आई, मैंने सभी पोस्टर वापस ले लिए।’