इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार अपने देश और भारत में अल्पसंख्यकों के हालातों की तुलना करते हुए कहा कि भारत में जो हो रहा है उसकी तुलना में ‘नये पाकिस्तान’ में अल्पसंख्यकों को बराबरी का दर्जा मिलेगा।
पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की जयंती के मौके पर मंगलवार को खान ने कहा कि जिन्ना ने पाकिस्तान के ‘‘लोकतांत्रिक, न्यायपूर्ण और सद्भावनापूर्ण’’ राष्ट्र बनने का सपना देखा था।
खान ने ट्वीट किया, ‘‘नया पाकिस्तान कायद (जिन्ना) का पाकिस्तान होगा और सुनिश्चित करेगा कि हमारे अल्पसंख्यकों के साथ बराबरी का व्यवहार हो और भारत जैसा कुछ ना हो।’’ उन्होंने कहा कि जिन्ना चाहते थे कि अल्पसंख्यक भी बराबरी का दर्जा पाएं। ये याद रखा जाना चाहिए कि उनका शुरुआती राजनीतिक जीवन हिन्दू-मुसलमान एकता के लिए था।
खान ने कहा कि पृथक मुसलमान राष्ट्र के लिए संघर्ष उस वक्त शुरू हुआ जब उन्हें एहसास हुआ कि हिन्दू बहुलता वाले देश में मुसलमानों के साथ बराबरी का व्यवहार नहीं होगा।