इस्लामाबाद: पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने का दबाव झोल रहे प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने आज अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को आश्वासन दिया कि उनका मुल्क आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है। टिलरसन आज पाकिस्तान पहुंचे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने का आरोप लगाने के बाद दोनों देशों के बीच उपजे तनाव को कम करने के लिहाज से टिलरसन के इस दौरे को अहम माना जा रहा है। अब्बासी ने बंद कमरे में वार्ता शुरू होने से पहले टिलरसन को बताया, अमेरिका इस बात पर आस्त हो सकता है कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रणनीतिक साझोदार है और आज पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ दुनिया में सबसे बड़ा युद्ध लड़ रहा है। (अमेरिकी एजेंसी की रिपोर्ट में खुलासा, नॉर्थ कोरिया के पास 253 एटम बम)
अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में परिणामों को पेश किया है। अमेरिका के भारत के साथ बढ़ते सामरिक रिश्तों को लेकर अपने नीतिगत भाषण और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में भारत की बड़ी भूमिका को रेखांकित करने के कुछ दिनों बाद टिलरसन का यह पाकिस्तान दौरा हो रहा है। टिलरसन कल अचानक अफगानिस्तान के दौरे पर पहुंच गये थे और यह संकेत दिया था कि वह इस्लामाबाद से सख्ती से कहेंगे कि वह द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिये आतंकी संगठनों को अपनी धरती पर सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराना बंद करे।
टिलरसन ने अपने साथ सफर कर रहे संवाददाताओं को अफगानिस्तान के बगराम हवाई अड्डे पर बताया कि इस्लामाबाद को इस बात पर स्पष्ट नजरिया रखना चाहिये कि उनके सामने वे आतंकवादी संगठन हैं जो उसकी जमीन पर सुरक्षित पनाहगाह पा रहे हैं। टिलरसन ने कहा, हमने पाकिस्तान से कुछ विशिष्ट अनुरोध किये हैं जिसमें वहां तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों को मिलने वाले समर्थन को कमतर करने के लिये कार्रवाई के लिये उनसे कहा गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ के आमंत्रण पर टिलरसन पाकिस्तान की यात्रा पर आये है। यहां अपने चार घंटे के प्रवास के दौरान उन्होंने आसिफ और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात की। टिलरसन का दौरा ट्रंप प्रशासन के किसी वरिष्ठ सदस्य का यह पहला पाकिस्तान दौरा है।