इस्लामाबाद: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस समय खस्ताहाल है और प्रधानमंत्री इमरान खान इसे पटरी पर लाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान की सत्ता में आने के तुरंत बाद पैसे जुटाने के लिए प्रधानमंत्री आवास की कारों और भैंसों तक की नीलामी करवा दी थी। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 जुलाई को शुरू हो रही अपनी अमेरिका की यात्रा पर इमरान ने खर्चों में कटौती का एक नया तरीका सोचा है। बताया जा रहा है कि इमरान अमेरिका यात्रा के दौरान पैसे बचाने के लिए महंगे होटलों में न रुककर पाकिस्तान के दूतावास में रुकेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा करके इमरान खान निश्चित रूप से काफी पैसे बचा सकते हैं, लेकिन उनकी इस प्लानिंग पर अमेरिका के खुफिया विभाग और वॉशिंगटन प्रशासन पानी फेर सकता है। दरअसल, अमेरिका में उतरते ही वहां का खुफिया विभाग किसी भी विदेशी मेहमान की सुरक्षा व्यवस्था अपने हाथों में ले लेता है। इसके साथ ही वॉशिंगटन शहर का प्रशासन यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी नेता की आवाजाही से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न न हो। तमाम चीजों को देखते हुए इमरान की इस योजना पर पानी फिर सकता है।
आपको बता दें कि इमरान खान का यह दौरा पिछले साल अगस्त में कार्यभार संभालने के बाद उनका पहला अमेरिकी दौरा है। अमेरिका और पाकिस्तान की सरकारें जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद इमरान के अमेरिका दौरे की संभावनाएं तलाश रही हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस्लामाबाद की नई सरकार से बातचीत बहुत जल्द हो सकती है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इससे पहले कहा था कि ट्रंप ने जून में इमरान को आमंत्रित किया था लेकिन बजट सत्र के कारण वे नहीं जा सके। कुरैशी ने यह भी कहा था कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत में क्षेत्रीय मुद्दों पर फोकस रहेगा।