इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इमरान खान ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें वह अपने पिता और बड़ी बहन के साथ नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि जब यह तस्वीर ली गई थी तब उनकी उम्र दो साल के आसपास थी। इसका मतलब यह है कि यह तस्वीर आज से करीब 66 साल पहले 1955 के आसपास खींची गई होगी। इस तस्वीर में इमरान खान अपने पिता के साथ बेहद खुश नजर आ रहे हैं।
पिता की गोद में हैं इमरान खान
इमरान खान ने अपने बचपन की यह तस्वीर जैसे ही Instagram पर पोस्ट की, उनके प्रशंसकों ने इसे हाथों-हाथ ले लिया। इस तस्वीर में वह अपने पिता की गोद में बैठे नजर आ रहे हैं, जबकि उनकी बड़ी बहन नीचे खड़ी हैं। तस्वीर में इमरान ने अपने पिता के गालों पर अपने हाथ रखे हुए हैं और उनके पिता मुस्कुरा रहे हैं। तस्वीर को इंस्टाग्राम पर शेयर कर इमरान ने लिखा, 'अपने पिता और बड़ी बहन के साथ जब मैं शायद दो साल का था।' खबर लिखे जाने तक इंस्टाग्राम पर इस तस्वीर को 1.25 लाख के आसपास लोगों ने लाइक किया है और 1600 से ज्यादा लोग कमेंट भी कर चुके हैं।
इमरान ने मोदी को लिखी थी चिट्ठी
वहीं, राजनीतिक मोर्चे की बात करें तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर कहा था कि जम्मू कश्मीर मुद्दा सहित दोनों देशों के बीच लंबित सभी मुद्दों का समाधान करने को लेकर सार्थक और नतीजे देने वाली वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है। खान ने यह पत्र पाकिस्तान दिवस के मौके पर पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें भेजी गई बधाइयों के जवाब में लिखा था। मोदी ने अपने पत्र में कहा था कि पाकिस्तान के साथ भारत सौहार्द्रपूर्ण संबंधों की आकांक्षा करता है, लेकिन विश्वास का वातावरण, आतंक और बैर रहित माहौल इसके लिए ‘अनिवार्य’ है।
खान ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया
प्रधानमंत्री मोदी के पत्र के जवाब में खान ने उनका शुक्रिया अदा किया और कहा कि पाकिस्तान के लोग भारत सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सहयोगी संबंध की आकांक्षा करते हैं। आतंक मुक्त माहौल पर खान ने कहा कि शांति तभी संभव है, यदि कश्मीर जैसे सभी लंबित मुद्दों का समाधान हो जाए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने 29 मार्च को लिखे पत्र में कहा, ‘हम इस बात से सहमत हैं कि खासतौर पर जम्मू कश्मीर विवाद जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच लंबित सभी मुद्दों के समाधान पर दक्षिण एशिया में टिकाऊ शांति एवं स्थिरता निर्भर करती है।’ खान ने कहा कि सार्थक एवं नतीजे देने वाली वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है।