इस्लामाबाद/तेहरान: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अक्सर अपने बयानों के चलते लोगों के निशाने पर रहते हैं। अपने एक बयान के चलते वह फिर लोगों के निशाने पर हैं। दरअसल, ईरान की राजधानी तेहरान में बोलते हुए उन्होंने जर्मनी और जापान को ‘पड़ोसी’ देश बता दिया। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग उनपर जमकर निशाना साध रहे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान पर हमला बोलते हुए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पर भी तंज कस दिया। हालांकि कुछ लोग इमरान की बात का अलग अर्थ भी बता रहे हैं।
इमरान ने क्या कहा
इमरान खान ने ईरान की राजधानी तेहरान में आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'आप एक-दूसरे के साथ जितना अधिक व्यापार करते हैं, आपके संबंध अपने आप मजबूत होते चले जाते हैं। जर्मनी और जापान ने दूसरे विश्व युद्ध तक एक-दूसरे के लाखों नागरिकों की जान ली लेकिन इसके बाद दोनों ने अपने बॉर्डर एरिया में जॉइंट इंडस्ट्री लगाने का फैसला किया।' माना जा रहा है कि इमरान जर्मनी और फ्रांस के बारे में बात कर रहे थे जिनके द्वितीय विश्व युद्ध के खात्मे के पहले तक रिश्ते काफी खराब थे।
भुट्टो ने साधा निशाना
इमरान की यह गलती जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने उन्हें आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। विपक्षी नेता बिलावल भूट्टो ने यह मौका हाथ से जाने नहीं दिया और इमरान खान के बयान को शर्मनाक करार दे दिया। भुट्टो ने कहा, 'प्रधानमंत्री सोचते हैं कि जर्मनी और जापान पड़ोसी हैं। कितनी शर्मनाक बात है! यही होता है जब आप (@UniofOxford) लोगों का दाखिला सिर्फ इसलिए ले लेते हैं क्योंकि वे क्रिकेट खेलना जानते हैं।'
इमरान का बचाव भी किया
हालांकि कुछ लोगों ने इमरान खान का बचाव भी किया और इसे एक मानवीय गलती बताया। वहीं, एक यूजर ने कहा कि इमरान जर्मनी और जापान को लेकर अलग-अलग बोल रहे थे। अली जमाल नाम के इस यूजर ने कहा कि दोनों ही देशों ने अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ जॉइंट प्रॉजेक्ट शुरू किया है। लेकिन इमरान खान की बात को ध्यान से सुना जाए तो लगता है कि वह फ्रांस को जापान बता बैठे थे। वैसे हकीकत क्या है, इस बात का पता तो तभी चल पाएगा जब इमरान खान इसपर बोलेंगे।