इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-अमेरिका के संयुक्त बयान में कश्मीर में कथित अत्याचारों को लेकर पूरी तरह चुप्पी पर आज निराशा जताई और विदेश मंत्रालय से घाटी में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन को सक्रियता से रेखांकित करने को कहा। शरीफ ने विदेश मंत्रालय का दौरा किया और पाकिस्तान में एवं उसके आसपास के हालिया घटनाक्रमों और उभरती वैश्विक एवं धार्मिक परिस्थतियों को देखते हुए विदेश नीति की प्राथमिकताओं की व्यापक समीक्षा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि शरीफ ने सतत संवाद के जरिए क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता हासिल करने के महत्व को रेखांकित किया। शरीफ ने साथ ही शांतिपूर्ण क्षेत्र एवं बातचीत के जरिए विवादों के हल को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कश्मीर मुद्दे को लेकर मंत्रालय से घाटी में किए जा रहे गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन एवं कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण के अधिकार से वंचित रखने के विषयों को अग्रसक्रियता से रेखांकित करने को कहा।
बयान के अनुसार, शरीफ ने भारत-अमेरिका के संयुक्त बयान मासूम कश्मीरियों पर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों को लेकर पूरी तरह चुप्पी पर निराशा जताई। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान संबंधों को सुधारने में देश के सदाबहार मित्र चीन की भूमिका की भी सराहना की। हाल में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे जहां दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया था।