इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को चेतावनी दी कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए आधिकारिक दिशा-निर्देशों का अगर लोगों ने पालन नहीं किया तो आगामी रमजान के महीने में मस्जिदों को बंद करना पड़ेगा। पाकिस्तान में कोरोना वायरस से 9,000 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं।
कुछ दिन पहले ही मस्जिदों में लोगों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने पर सरकारी दिशा-निर्देशों के पालन को लेकर मौलवियों के सहमति जताने के बाद सरकार ने रमजान के महीने में मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत दी थी। इस पर बनी सहमति के तहत 50 से ज्यादा उम्र के लोगों, नाबालिगों और बुखार से पीड़ित लोगों को मस्जिद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। लोगों को नमाज के दौरान छह फुट की दूरी बनाकर रखनी होगी और मास्क भी पहनना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने रमजान के दौरान मस्जिदों को खुला रखने का फैसला किया क्योंकि ‘‘हम एक आजाद देश हैं और अपने हालात के मुताबिक फैसला करते हैं।’’ हालांकि, उन्होंने लोगों से घरों पर ही नमाज अदा करने का आह्वान किया और कहा कि मस्जिद जाने वालों को आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
पाकिस्तान में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 16 और लोगों की मौत हो गई जिसके बाद देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 192 पहुंच गई। देश में संक्रमित लोगों की संख्या भी बढ़कर 9,000 से अधिक हो गयी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी से निपटने में दूसरे देशों की तुलना में पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौती है क्योंकि देश को मौजूदा लॉकडाउन के बीच गरीबी से भी जूझना है और संकट का असर देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है।
सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने कहा है कि लोगों की आवाजाही के लिए अफगानिस्तान से लगी सीमा को खोल दिया गया है लेकिन भारत से लगी सीमा बंद है । उन्होंने कहा, ‘‘सीमा पार फंसे हुए लोगों को लाने के लिए भारत से संपर्क में हैं।’’ यूसुफ ने कहा कि विभिन्न देशों से पाकिस्तानी नागरिकों को लाने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की गयी और इस सप्ताह उनमें से 6,000 लोग आएंगे। बहरहाल, 796 नए मामले सामने आने के साथ देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 9,216 हो गयी है।