इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन मोहम्मद सफदर अवान (रिटायर्ड) को सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच रावलपिंडी की अदियाला जेल भेज दिया गया। इससे पहले उन्हें राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने एक रियल एस्टेट भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में एक साल की सजा दी गई है। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार से जुड़े इसी मामले में नवाज शरीफ व उनकी बेटी मरियम नवाज को क्रमश: 10 साल और 7 साल कैद की सजा सुनाई गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेल अधिकारियों ने बताया कि सफदर की जेल में मेडिकल जांच की गई और उन्हें बाद में बी कैटिगरी के कैदियों की बैरक में भेज दिया गया। सफदर दोषी करार दिए जाने के बाद शुक्रवार को कथित तौर पर अंडरग्राउंड हो गए थे। इसके एक दिन बाद वह रावलपिंडी में दिखाई दिए और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की एक रैली का नेतृत्व किया, जहां उनके समर्थकों के भारी विरोध के बीच भ्रष्टाचार रोधी अधिकारियों ने उन्हें आखिरकार गिरफ्तार किया।
NAB ने रविवार को बयान में सफदर को एक दोषी बताया और मीडिया से उन्हें बढ़ावा देने से परहेज करने को कहा, क्योंकि इससे अराजकता बढ़ सकती है। अधिकारियों ने कहा कि उनकी मदद करने वालों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना होगा। इस बयान के बाद NAB अधिकारियों ने उनकी गिरफ्तारी में बाधा डालने को लेकर सफदर और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के दूसरे नेताओं के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है।