इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने सत्तारूढ़ दल के एक सांसद को 5 साल के लिए अयोग्य करार दिया है। इसके साथ ही उनको एक महीने कैद की भी सजा सुनाई है। सांसद नेहल हाशमी ने पिछले साल अपने भाषण में जजों पर निशाना साधा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सांसद को फैसला आने के तुरंत बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। जस्टिस आसिफ सईद खोसा के नेतृत्व में 3 जजों की बेंच ने अपने फैसले में कहा कि सांसद हाशमी ने कोर्ट की बेइज्जती की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के सांसद नेहल हाशमी के खिलाफ अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एक महीने की कैद की सजा सुनाई है और उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा न करने की हालत में उन्हें एक महीने और कैद में बिताने होंगे। इस मामले में तीन जजों की बेंच ने यह फैसला दिया कि हाशमी 5 वर्षों तक सार्वजनिक पद पर रहने के अयोग्य हो गए। हाशमी ने इससे पहले बिना शर्त माफी मांग ली थी लेकिन कोर्ट ने उन्हें कोई राहत नहीं दी।
पिछले वर्ष कराची में कार्यकर्ताओं के समक्ष दिए गए भाषण के बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाशमी को अवमानना का नोटिस जारी किया। भाषण में उन्होंने पद से हटाए गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त अधिकारियों को धमकी दी थी। सांसद हाशमी ने धमकी देते हुए कहा था, 'यह याद रखिएगा कि आप लोग आज सर्विस में हैं, लेकिन कल रिटायर होंगे। तब आपको बख्शा नहीं जाएगा।' हाशमी ने पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ के ‘दुश्मनों’ को निशाना बनाया था जिनके अयोग्यता मामले की सुनवाई उस वक्त सुप्रीम कोर्ट के जज कर रहे थे।