इस्लामाबाद: पाकिस्तान में आज करीब दो दशक में पहली बार देशव्यापी जनगणना की प्रक्रिया शुरू हुई। यह व्यापक प्रक्रिया, सुरक्षा अंदेशों और राजनीतिक विवाद की चिंताओं के बीच शुरू हुई है।
मुख्य सांख्यिकीविद् आसिफ बाजवा ने पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब के अटॉक जिले से छठीं जनगणना प्रक्रिया की शुरूआत की। इस प्रक्रिया में तकरीबन 119,000 अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं जिनमें 84,000 गणनाकर्ता शामिल हैं। उन्हें 200,000 सैनिक सुरक्षा मुहैया कराएंगे तथा प्रमाणिता सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी।
भवन और आबादी की गणना का पहला चरण 15 अप्रैल तक चलेगा, जिसके बाद 10 दिन का अंतराल होगा और दूसरा चरण 25 अप्रैल से 25 मई तक चलेगा। बाजवा ने कहा कि पहले चरण में देश के 63 जिलों में जनगणना पूरी की जाएगी जिनमें 16 जिले पंजाब, आठ जिले सिंध, 13 जिले खैबर पख्तूनखवा, एक जिला कबायली इलाके का, 15 जिले बलूचिस्तान और पांच-पांच जिले पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) और गिलगित बाल्तिस्तान के हैं। बाजवा ने लोगों से गुजारिश की वे जनगणना की प्रक्रिया में उत्साह से हिस्सा लें और अधिकारियों का सहयोग करें।