इस्लामाबाद: पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जनजुआ ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश दक्षेस के 19 वें शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है। दो साल पहले इसे स्थगित कर दिया गया था क्योंकि भारत ने जबर्दस्त आतंकवादी हमले के बाद उसमें हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। तहमीना ने 34वां दक्षेस चार्टर दिवस मनाने के लिए दक्षेस मध्यस्थता परिषद एवं दक्षेस ऊर्जा केंद्र के साथ मिलकर विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किए गए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि स्थाई सदस्य होने के नाते पाकिस्तान दक्षेस चार्टर के सिद्धांतों पर दृढ़तापूर्वक बना हुआ है। सदस्य देशों के बीच संप्रभु समानता और परस्पर सम्मान के सिद्धांतों का पालन करके ही दक्षेस समृद्ध एवं विकसित दक्षिण एशियाई क्षेत्र के प्रत्याशित लक्ष्य को हासिल कर सकता है। उल्लेखनीय है कि 2016 का दक्षेस शिखर सम्मेलन नवंबर में इस्लामाबाद में होना था लेकिन उसी साल सितंबर में जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के एक शिविर पर आतंकवादी हमला होने के बाद भारत ने तत्कालीन स्थितियों के कारण सम्मेलन में हिस्सा लेने में असमर्थता प्रकट की थी। बाद में बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान ने भी हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। उसके बाद सम्मेलन स्थगित कर दिया गया।
पिछले महीने पाकिस्तान ने कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षेस सम्मेलन के लिए निमंत्रित करेगा। लेकिन भारत ने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाता तब तक कोई बातचीत नहीं होगी और न ही दक्षेस में वह हिस्सा लेगा।