करतारपुरः पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आने को राजी नहीं है। अब पाकिस्तान ने करतारपुर गुरुद्वारे को लेकर नई चाल चली है। दरअसल, पाकिस्तान ने करतारपुर गुरुद्वारे के रख-रखाव का जिम्मा पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति से छीनकर एक नई संस्थान ETPB यानी Evacuee Trust Property Board को सौंपा है। इस बोर्ड की प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट गुरुद्वारे का रख-रखाव करेगी।
लेकिन, चिंता की बात यह है कि प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट में एक भी सिख सदस्य नहीं है। इसमें कुल नौ सदस्य हैं और सभी के सभी नौ सदस्य गैर सिख हैं। इतना ही नहीं, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट जिस ETPB से जुड़ी है, उस ETPB को पूरे तरीके से ISI कंट्रोल करती है यानि अब करतारपुर गुरुद्वारे के रख-रखाव पर ISI की नजर होगी और उसकी निगरानी में काम किए जाएंगे।
पाकिस्तान सरकार के इस फैसले की कापी के अनुसार, गुरुद्वारे का रख-रखाव करने वाली प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट एक बिज़नेस प्लान तैयार करेगी और उसके अनुसार काम करेगी। इससे साफ है कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार आस्था के स्थल को व्यावसायिक स्थल में बदलने की कोशिश में है ताकि वह इससे पैसा कमा सकें।
हालांकि, आपको बता दें कि पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा खोलने से पहले ही कहा था कि वह हर श्रद्धालु से 20 डॉलर सर्विस फीस वसूलेगा। पाकिस्तान ने कहा था कि उसका करतारपुर गलियारे से हर साल 258 करोड़ रुपए कमाने का इरादा है और भारत उसकी इस सोच का लगातार विरोध कर रहा था। लेकिन, पाकिस्तान इस पर सहमत नहीं हुआ।