लाहौर: जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हृदय संबंधी जटिलताओं के कारण ‘हालत गंभीर’ है और उन्हें बिना किसी देरी के अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए। उनके डॉक्टर ने बुधवार को यह जानकारी दी। लाहौर में सात साल की कैद काट रहे शरीफ को हृदय संबंधी समस्या होने के बाद मंगलवार को कड़ी सुरक्षा वाले कोट लखपत जेल से लाहौर के पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (पीआईसी) ले जाया गया। हालांकि, जांच के बाद उन्हें अस्पताल से वापस जेल भेज दिया गया था।
पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (पीआईसी) के डॉक्टरों ने बताया था कि शरीफ की हालत ज्यादा गंभीर नहीं है। लेकिन साथ ही उन्होंने सुझाव दिया था कि हृदय की गंभीर समस्याओं से बचने के लिए उन्हें तत्काल एवं नियमित उपचार की आवश्यकता है। दूसरी ओर, शरीफ के कार्डियोलॉजिस्ट अदनान खान का कहना है कि उनकी हालत ‘‘बेहद गंभीर’’ है और उन्हें बिना किसी देरी के अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए।
खान ने कहा, ‘‘नवाज शरीफ का जेल में इलाज मुमकिन नहीं है क्योंकि उन्हें हृदय संबंधी जटिलताएं हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए ताकि उनका उचित खयाल रखा जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि शरीफ की पहले जांच करने वाले एक विशेष चिकित्सा बोर्ड ने भी इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती किए जाने का सुझाव दिया था लेकिन सरकार ने उनके सुझाव पर गौर नहीं किया।’’
मीडिया में आई खबरों के अनुसार शरीफ की स्ट्रेस थैलियम टेस्ट में ‘पोस्ट स्ट्रेस एलवी पंप/कॉन्ट्रैक्शन’ 56 प्रतिशत आया है, जो लगभग सामान्य है। इस जांच से पता चलता है कि किसी व्यक्ति के हृदय में रक्त का प्रवाह कितने अच्छे तरीके से हो रहा है। साथ ही उनके हृदय के बाएं वेन्ट्रीकल का निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त है।
शरीफ की बेटी मरियम ने पिता की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मेरे पिता के साथ क्या हो रहा है मेरे पास यह जानने का एकमात्र स्रोत मीडिया है।’’ भाई शहबाज शरीफ ने सरकार से तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करने की अपील की है। गौरतलब है कि शरीफ की जांच करने वाले एक विशेष चिकित्सा बोर्ड ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ्य नहीं हैं और इलाज के बारे में कुछ भी कहने से पहले कुछ और जांच किये जाने की आवश्यकता है।